कोयला के खदान में दबे युवक की 3 दिन के अथक प्रयास के बाद मिली

सूरजपुर एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र की बंद पड़ी भूमिगत खदान में अवैध रूप से सुरंग बनाकर कोयला उत्खनन कर रहे 30 वर्षीय युवक का सोमवार की सुबह सुरंग के भीतर चट्टान दशकने से दबकर मौत हो गई थी। जिसकी सूचना मिलते ही विश्रामपुर पुलिस तत्काल एसईसीएल की रेस्क्यू व डी डी आर एफ की टीम के साथ मौके पर पहुंच युवक के शव को बाहर निकालने कड़ी मशक्कत करती रही लेकिन सुरंग के अंदर चट्टान का एक बड़े हिस्से के धसकने से युवक के शव का पता नही चल पा रहा था,सुरंग के अंदर युवक के शव को दबे तीसरे दिन बीतने को था लगातार रेस्क्यू टीम वं विश्रामपुर पुलिस कड़ी मशक्कत करती रही सोमवार की सुबह यह घटना हुई थी लेकिन बुधवार शाम तक 60 घंटे बीत जाने के बाद भी युवक का पता नहीं लगाया जा सका था। फिर भी रेस्क्यू टीम हर हाल में युवक का रेस्क्यू करने में लगी हुई थी आखिरकार बुधवार को तीसरे दिन देर शाम रेस्क्यू टीम को सफलता हाथ लगी, और सुरंग के अंदर मलवा में दबे युवक के शव को बाहर निकाल लिया गयाआपको बता दें कि बिश्रामपुर क्षेत्र के कुंमंदा मार्ग पर बाबा मस्तनाथ मंदिर के पीछे वर्षों से बंद पड़ी खदान से कोयला निकालने जमीन से डेढ़ सौ फीट नीचे कोयला चोरों ने सुरंग बना लिया है और यहीं से वे रोजाना कोयला निकलते रहे हैं, रोज की तरह सोमवार को भी लगभग 10 बाइक सवार कोयला ले जाने में जुटे थे, इस बीच सभी बाइक में दो-दो ट्रिप कोयला ले जाने के बाद सुबह लगभग 6:00 बजे के करीब सुनील सोनी पिता राम गोविंद निवासी केनापारा अपने अन्य साथियों के साथ सुरंग नूमा अवैध खदान के भीतर पूर्व में खुदाई किए हुए कोयला को निकल रहे थे कि अचानक चट्टान के दशकने का एहसास हुआ और मृतक के साथियों ने खदान के भीतर का दीवार का सहारा लेकर अपना जान बचा लीये लेकिन बीचों-बीच फसे सुनील सोनी के ऊपर पूरा मलवा गिर गया जिससे उसकी मौके पर ही दबकर मौत हो गई थी।जिसके शव को निकालने में पुलिस प्रशासन व रेस्क्यू टीम को पूरे 60 घंटे यानी 3 दिन युद्ध स्तर पर कड़ी मशक्कत करनी पड़ी तब जाकर बुधवार की देर शाम शव को बाहर निकाल पुलिस प्रशासन आगे की कार्रवाई में जुट गई है