जिला पंचायत के CEO पहुचे पहाड़ पर बसे गांव, विकास कार्यों का किया गया निरीक्षण…

सूरजपुर.नवपदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत सूरजपुर विजेन्द्र सिंह पाटले जिले के जनपद पंचायत ओड़गी के दूरस्थ वनांचल ग्राम बैजनपाठ पहुचकर वहाँ संचालित विभिन्न विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए त्वरित क्रियान्वयन पर विशेष बल दिया। निरीक्षण के दौरान आंगनवाड़ी भवन में फिसल पट्टी (स्लाइड) निर्माण हेतु ग्राम पंचायत सचिव को निर्देशित किया गया। सभी आंगनवाड़ी भवनों में शैक्षिक एवं बाल हितैषी चित्रकारी (बाल कॉन्सेप्ट पेंटिंग) कार्य सुनिश्चित करने हेतु महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देश दिए गए। नवीन सामुदायिक शौचालय निर्माण हेतु प्रस्ताव तैयार कर प्रेषित करने के लिए सीईओ जनपद पंचायत ओड़गी को निर्देशित किया गया। बैजनपाठ के तीन सामुदायिक स्थलों पर सोलर ड्यूल पंप की स्थापना हेतु क्रेडा विभाग को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए।मुख्यमंत्री पेंशन योजना अंतर्गत ग्राम की हितग्राही फुलबसिया का नाम जोड़े जाने हेतु सीईओ जनपद पंचायत को निर्देशित। क्षेत्र में स्थित मिट्टी बांधों के जीर्णोद्धार/नवीन निर्माण की संभावनाओं का मूल्यांकन कर आवश्यक प्रकरण जिला पंचायत को प्रेषित करने हेतु मनरेगा के सहायक परियोजना अधिकारी/कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिए गए। ग्राम बैजनपाठ में ई-श्रम कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड एवं आधार कार्ड बनवाने हेतु विशेष शिविर आयोजन के लिए सीईओ जनपद पंचायत को संबंधित विभागों से समन्वय कर कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। प्राथमिक शाला बैजनपाठ में अधूरे अतिरिक्त कक्ष भवन के निर्माण हेतु शेष कार्य का प्राक्कलन तैयार करने का निर्देश।निरीक्षण के उपरांत ग्राम बैजनपाठ में आवास निर्माण कार्यों का अवलोकन किया गया। साथ ही नवाटोला स्थित अंतर्राज्यीय बैरियर का भी निरीक्षण कर आवश्यक व्यवस्थाओं की जानकारी ली गई। इसके अतिरिक्त, बिहारपुर स्थित आदिम जाति बालक छात्रावास का निरीक्षण भी मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने किया इस दौरान उन्होंने छात्रावास अधीक्षक को मच्छरदानी की समुचित व्यवस्था, साफ-सफाई बनाए रखने तथा समुचित रखरखाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। यह निरीक्षण दौरा क्षेत्र में संचालित विकास योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने तथा समस्याओं के त्वरित निराकरण के उद्देश्य से किया गया, जिससे शासन की जनहितैषी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक प्रभावी ढंग से पहुंच सके।