जिले के थांग-ता खिलाड़ियों ने जीते ६ कांस्य पदक

सूरजपुर।जिले के थांग-ता के खिलाड़ियों ने झारखण्ड के रांची स्थित खेल गांव में संपन्न हुई राष्ट्रीय स्पर्धा में अलग-अलग वर्गों में छह कांस्य पदक जीतकर जिले का नाम रौशन किया है।९ सदस्यीय छत्तीसगढ़ की टीम के रूप में सूरजपुर जिले के खिलाड़ी छात्रों ने १७ राज्यों के खिलाड़ियों के बीच अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए बेहतर खेल प्रदर्शन कर छह कांस्य पदक पर कब्जा किया है। जिले की निगिता यादव, डॉली कुजूर, संगीता गोयल, चंदा राजवाड़े, आलमगिर, कुंवर सिंह, हेमंत राजवाड़े, चंदन राजवाड़े व सोनू राजवाड़े ने राष्ट्रीय स्पर्धा में प्रदेश थांग-ता एसोसिएशन के द्वारा किए गये स्पर्धा में जीत दर्ज करते हुए हिस्सा लिया था। जिसमें से छह खिलाड़ियों ने बेहतर व शानदार प्रदर्शन करते हुए बहुत कम अंतरों में ही टूर्नामेंट में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। जिसमें ५२ किलो वेट में निगिता यादव, ७० किलो में कुंवर सिंह, ५५ किलों में आलमगिर, ४८ किलो में डॉली कुजूर व संगीता गोयल तथा ४३ किलो में चंदा राजवाड़े पदक पाने के साथ-साथ अगले वर्ष २०२४ में हिमाचल प्रदेश में आयोजित होने वाले एशियन ट्रायल के लिए भी क्वालीफाई हुए हैं। उल्लेखनीय है कि उक्त राष्ट्रीय स्पर्धा में छत्तीसगढ़ के साथ असम, बिहार, दिल्ली, तमिलनाडु, झारखण्ड, मध्यप्रदेश, त्रिपुरा, मणीपुर, उड़ीसा, उत्तरप्रदेश, पंजाब, केरल, हरियाणा, जम्मूकश्मीर, महाराष्ट्र राज्य की टीमों ने क्वालीफाई किया था। जिले के इन खिलाड़ियों ने इसके पूर्व जम्मू कश्मीर, कन्याकुमारी, शिमला, नासिक व आगरा में हुई राष्ट्रीय स्पर्धाओं में बीते वर्षों में अपने बेहतर खेल का प्रदर्शन भी किया है, किन्तु बेहद ही सीमित संसाधन तथा बिना कोच व बिना कीट व उपकरण के इन खिलाड़ियों ने अपनी इच्छा शक्ति, लगन व जज्बे से यह मुकाम हासिल किया है। इसमें से निगिता यादव किक बॉक्सिंग में अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए चयनित हुई हैं। वहीं डॉली कुजूर थांग-ता के रेफरी की परीक्षा में क्वालीफाई होकर जिले का मान बढ़ाया है। बेहतर सुविधाओं के साथ-साथ उचित मार्गदर्शन के आस लगाये थांग-ता के खिलाड़ी अगले वर्ष होने वाले एशियन ट्रायल के लिए अभी से ही भीड़ गये हैं। उन्होंने राष्ट्रीय स्पर्धा में भाग लेने के लिए आ रही आर्थिक समस्या के बीच जिले के कलेक्टर संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक आई कल्याण एलिसेला व साधुराम विद्या मंदिर के डायरेक्टर राहुल अग्रवाल से भी मुलाकात की और इन खिलाड़ियों की आर्थिक समस्या दूर हुई।

खिलाड़ियों को प्लेटफार्म देने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस परिवार के साथ स्थानीय खेलप्रेमियों व पीआरए ग्रुप ने इनकी मदद की और राष्ट्रीय टूर्नामेंट में भाग लेने का मार्ग प्रशस्त किया। बहरहाल पदक जीतकर लौटे खिलाड़ी बेहद उत्साहित हैं और ऊर्जा से भरे हुए हैं।

उन्होंने कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक व राहुल अग्रवाल से मुलाकात कर आभार व्यक्त किया और अपने मेडल के साथ उनसे मिलने पहुंचे और पुष्पगुच्छ भेट कर सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

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