सूरजपूर:एक गांव जहां आज भी बच्चे पढ़ाई से दूरी हैं, पढ़ें पूरी खबर

सूरजपुर का एक गांव जहां आज भी बच्चे पढ़ाई से दूरी हैं, गांव में स्कूल ना होने की वजह से बच्चे पढ़ाई से वंचित हैं, वही मीडिया की दखल के बाद संबंधित अधिकारी गांव में स्कूल खोलने का आश्वासन दे रहे हैं चारों ओर पहाड़ियों से गिरा एक गांव बनगांवा, इस गांव की आबादी लगभग 200 है, जिसमें लगभग 40 बच्चे हैं, लेकिन इस गांव के बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं, वजह है इनके गांव में स्कूल नहीं है और सबसे नजदीक का स्कूल इन के गांव से लगभग 9 किलोमीटर की दूरी पर है, स्कूल जाने वाले मार्ग में घने जंगल, नदी, पहाड़ और खतरनाक जंगली जानवर हैं, इस गांव में सड़क ना होने की वजह से स्कूल जाने का मात्र एक साधन पदयात्रा ही है,जिसकी वजह से स्कूल जा पाना इन बच्चों के लिए असंभव है, यही वजह है कि इस गांव के बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं, यदि कुछ परिजन अपने बच्चों की पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं तो वे उन्हें अपने रिश्तेदारों घर भेज कर अपने बच्चों की पढ़ाई करवा रहे हैं, अपने रिश्तेदारों के यहां पर है बच्चे अपने मां पिता से दूर रहकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं, यह मासूम बच्चे भी सरकार व जिला प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इनके गांव में स्कूल खोला जाए ताकि वह भी अपने मां पिता के साथ रहकर अपनी पढ़ाई जारी रख सकें,,लेकिन सवाल यह है कि आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद भी आज तक इन अधिकारियों की नजर इस गांव पर क्यों नहीं पड़ी ?? क्यों आज भी इस गांव के बच्चे अनपढ़ का कलंक लेकर जिंदगी भर जीने को मजबूर हैं?
आखिर इसका जिम्मेदार कौन है ?