सूरजपूर।बेहतर संचालन, रखरखाव एवं विकास के दिये निर्देश…कलेक्टर

सूरजपुर,।कलेक्टर संजय अग्रवाल ने आज शाम जिले में किये गये विभिन्न नवाचार के कार्यों का मुआयना किया। उन्होंने आज वृद्धाआश्रम, सखी सेंटर, सखी भवन, बापू कुटिर, जल क्रांति, कला केंद्र का अवलोकन किया। उन्होंने अवलोकन के दौरान इन प्रमुख स्थलों के संचालन और रखरखाव पर ध्यान देने के साथ ही उनके बेहतर विकास के निर्देष दिये।

वृद्धाआश्रम-कलेक्टर ने सर्वप्रथम जिला मुख्यालय ग्राम तिलसिंवा में स्थित वृद्धाआश्रम स्नेह सम्बल का अवलोकन करते हुए इस दौरान उन्होंने वहां के बुजुर्गों से चर्चा कर उनका हाल चाल जाना। उप संचालक समाज कल्याण को निर्देष दिये है कि स्नेह सम्बल भी एक घर ही है यहां पर उद्यान विभाग बात कर गार्डन विकसित करने, फलदार पौधों का रोपण करने के निर्देष दिये। साथ ही स्वास्थ्य विभाग से समन्वय बनाकर मासिक चेकअप कराने की सुविधा मुहैया कराने के निर्देष दिये। उन्होंने संचालक को भवन के रखरखाव एवं मरम्मत के लिए आरईएस से समन्वय स्थापित कर अच्छे से संचालन करने के निर्देष दिये।

सखी सेंटर – कलेक्टर मंगल भवन के समीप स्थित सखी वन स्टाप सेंटर पहुंचकर वहां की स्थिति से रूबरू हुए। उन्होंने परामर्शदाता से ग्राम सिवनी जिला सीहोर मध्य प्रदेश की रहने वाले दंपति की काउंसलिंग की जा रही थी। उन्होंने उक्त प्रकरण की जानकारी ली। उन्होंने काउंसलिंग उपरांत परिवार को समन्वय के साथ रहने हेतु समझाइश दी। यहां पर आने वाले हितग्राहियों को विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी फोल्डर सहित उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।

बापू कुटिया – कलेक्टर सुभाष चौक पर स्थित बापू कुटिया में बुजुर्गाेें के लिए क्या सुविधा है और क्या सुविधा बढ़ाई जा सकती है सीएमओ सूरजपुर से चर्चा की। बापू की कुटिया में वरिष्ठ नागरिकों परिचायत्क मुलाकात कर उन्होंने उनके द्वारा किये जा रहे सामाजिक कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने भैयाथान तिराहा का सौन्दर्यीकरण तथा बापू की कुटिया में प्रथम तल कार्य हेतु प्रस्ताव के लिए चर्चा की। उन्होंने प्राथमिक शाला से बापू की कुटिया तक साफ-सफाई के निर्देश दिये।

जल क्रांति – कलेक्टर ने बाजारपारा बड़ा तालाब का मुआयना किया, उन्होंने जनसमुदाय से संरक्षण हेतु तालाब के साफ-सफाई एवं सौंदर्यीकरण हेतु चर्चा किये। साथ उन्होंने पुराने बस स्टैण्ड का निरीक्षण कर आवष्यक दिषा निर्देश दिये।
कला केन्द्र – कला केन्द्र पहुंच कर उन्होंने बच्चों से मुलाकात कर उनसे बातचीत की तथा बच्चों गीत-संगीत के प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि बच्चों की गर्मियों का अवकाश चल रहा है। कला केन्द्र बच्चों को बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है। इनको और बढ़ावा देने की आवष्यकता है। जिससे कला के प्रति इनकी रूचि बढ़े।

कला एवं संस्कृति को प्रोत्साहन देने के लिए जिला प्रषासन द्वारा बड़कापारा में कला केन्द्र का निर्माण किया गया है। सूरजपुर ने कला केन्द्र को बढ़ावा देने के लिए जर्जर भवन को मरम्मत कर कला केन्द्र का निर्माण किया गया है। जिसमें संगीत एवं कला में रूचि रखने वाले प्रतिभाषाली युवाओं को अधिक से अधिक अवसर देकर अपनी कलाओं को निखारने का अवसर प्राप्त होगा। इस केन्द्र के माध्यम से छत्तीसगढ़ी परम्परागत लोककला एवं संस्कृति को संजो रखने में मदद मिलेगा। कला केन्द्र में म्यूजिक, डांस एकेडमी, सान्ग रिकॉर्डिंग स्टूडियो की सुविधा है। यहां पर हारमोनियम, गिटार, तबला, क्लैप बॉक्स, वेर्स्टन एंव क्लासिकल डांस के प्रशिक्षण की सुविधा भी उपलब्ध है।

निरीक्षण के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी चन्द्रबेष सिंह सिसोदिया, उप संचालक समाज कल्याण श्रीमती बेनेदिक्ता तिर्की, बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, नगर पालिका सीएमओ बसंत बुनकर सहित जिला मुख्यालय के अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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