टीबी मुक्त बनेगा सूरजपुर, बनी रणनीति

सूरजपुर – निक्षय सूरजपुर को मूर्तरूप देने के लिए आज महाअभियान के रूप में वृहद कार्यशाला का आयोजन कलेक्टर रोहित व्यास की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के जमीनी स्तर के लगभग 500 से भी ज्यादा कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इसके जिला स्तर के अधिकारी कर्मचारी जिसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर एस सिंह, जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ जे.एस. सरूता, जिला कार्यक्रम प्रबंधक गनपत नायक विश्व स्वास्थ्य संगठन के रितु कश्यप पिरामल फाऊंडेशन छत्तीसगढ़ के फैजल रज्जा खान, निष्ठा जपाईगो से रूद्रप्पा अंमडी, अच्युतानन्द आदि उपस्थित रहे। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि निक्षय सूरजपुर के लिए टीबी को समुल नष्ट करना होगा। यानि जड़ से उखाड़ कर फेकना होगा। इसके लिए प्रथम चरण में सम्भावित टीबी पेसेंटों का लाईन लिस्टिंग कर सभी का बलगम जांच करवाये। यदि कहीं भी किसी को कोई समस्या आयें तो निः संकोच बतायें। उस समस्या का समाधान हम सभी मिलकर करेंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से साप्ताहिक समीक्षा की बातें कहीं। प्रगति के सूचकांकों पर चर्चा होगी। कलेक्टर ने पुरा कोर्स पक्का इरादा पर विशेष ध्यानाकर्षण किया। कोई भी व्यक्ति बीच में दवा न छोड़ें यह सुनिश्चित करना है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर एस सिंह ने कहा कि टीबी मुक्त पंचायत के निर्माण में जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं का अहम् भूमिका है। अपने लक्ष्य और दायित्व का निर्वहन ईमानदारी से हर व्यक्ति करें तो टीबी मुक्त भारत का सपना साकार होगा। जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ जे.एस. सरूता ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में आज हमारे पास सभी संसाधन उपलब्ध है। मेडिकल उपकरण से लेकर मैनपावर की कोई कमी नहीं है। पिरामल फाऊंडेशन छत्तीसगढ़ के डॉ फैजल रजा खान ने कहा कि टीबी मुक्त पंचायत के सपना को साकार करने के लिए जन भागीदारी आवश्यक है। सामुदायिक सहभागिता से टीबी मुक्त भारत का निर्माण होगा। इसके लिए आजिविका मिशन द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूह, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, युवा मंडल, किशोरी संगवारी, महिला मंडल, किसान मितान कल्ब और जनप्रतिनिधियों का सहयोग ले सकते हैं। जिला कार्यक्रम प्रबंधक गनपत नायक ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि क्योर टीबी पेसेंटों का सहयोग लेकर जन जागरूकता लाया जा सकता है। रितु कश्यप ने टीबी के हर बिन्दु को बारिकी पूर्ण ढ़ंग से समझाया।
कार्यक्रम को मुर्तरूप देने में जिला क्षय उन्मूलन केन्द्र के संजीत कुमार, उमेश गुप्ता पिरामल फाऊंडेशन के आशीष गुप्ता तथा सभी एसटीएस, एलटीएलएस का अहम् भूमिका रही।
डॉ प्रशांत सिंह, डॉ तिलकेश्वर, आहना संस्था से अमीत सिंह, पिरामल स्वास्थ्य के जिला कार्यक्रम समन्वयक राज नारायण द्विवेदी, सतिश श्रीवास्तव बीपीएम प्रतापपुर, आदि उपस्थित रहे।