मुस्कुराइए… आप लांजीत में हैं जर्जर सड़कों और कीचड़ से बेहाल ग्रामीणों का अनोखा विरोध

शशि जसवाल
सूरजपुर । जिले के ओडगी विकासखण्ड का मुख्य मार्ग लांजीत इन दिनों दलदल और गड्ढों में तब्दील हो चुका है। बरसों से मरम्मत का इंतज़ार कर रही इस सड़क की बदहाली ने ग्रामीणों को अनोखा विरोध करने पर मजबूर कर दिया। युवाओं ने सड़क पर जहाँ-जहाँ गड्ढे और कीचड़ हैं, वहाँ पोस्टर चिपका दिए, जिन पर लिखा है । मुस्कुराइए.आप लांजीत में हैं।
यह पोस्टर अब प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की कार्यशैली पर सीधा तंज़ बन गया है। यह न केवल लांजीत बल्कि पूरे विकासखण्ड की उपेक्षा की हकीकत बयान करता है।
बरसात में जानलेवा बनी सड़कें
—————————————–
ग्रामीणों का कहना है कि बरसात में सड़कें तालाब और नालों में बदल जाती हैं।कीचड़ और पानी से पैदल चलना नामुमकिन हो जाता है।स्कूली बच्चों को हर दिन हादसों का खतरा झेलते हुए जाना पड़ता है।मरीजों और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुँचाना मुश्किल हो जाता है।कई बार एंबुलेंस और छोटे वाहन गड्ढों में फंसकर घंटों तक खड़े रह जाते हैं।गांव वालों ने सवाल उठाया कि जब यह मुख्य मार्ग इतना बदहाल है तो बाकी अंदरूनी सड़कों की हालत का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
सालों से मांग, सिर्फ आश्वासन
—————————————
ग्रामीणों ने बताया कि वर्षों से यह सड़क मरम्मत की प्रतीक्षा कर रही है।पंचायत बैठकों से लेकर विकासखण्ड स्तर तक अनगिनत शिकायतें और ज्ञापन दिए गए।नेताओं ने हर चुनाव में सड़क निर्माण का वादा किया,लेकिन जीतने के बाद वादा हवा हो गया।विभागीय अधिकारियों की चुप्पी ने ग्रामीणों को नाराज़ और निराश कर दिया है।गांव के बुजुर्गों ने कहा लांजीत की सड़क नेताओं के लिए चुनावी मुद्दा है, लेकिन जनता के लिए यह रोज़मर्रा की त्रासदी बन चुकी है।
ग्रामीणों की नाराज़गी
—————————-
ग्रामीण युवाओं ने कहा हम मज़ाक उड़ाने नहीं, बल्कि हक़ माँगने के लिए पोस्टर लगा रहे हैं। मुस्कुराइए… आप लांजीत में हैं। यह वाक्य हमारी मजबूरी और दर्द का आईना है।एक अन्य ग्रामीण ने तंज़ कसा,अधिकारी और नेता कागजों पर विकास दिखाते हैं, हकीकत यह है कि सड़कें दलदल में बदल चुकी हैं। जब तक सुध नहीं ली जाएगी, हम अपने विरोध को और तेज करेंगे।
व्यंग्य में छुपा जनता का गुस्सा
—————————————
यह विरोध प्रदर्शन पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। व्यंग्यात्मक अंदाज में जताया गया यह गुस्सा अब प्रशासनिक उदासीनता पर करारा प्रहार साबित हो रहा है।
आंदोलन की चेतावनी
—————————-
ग्रामीणों ने साफ चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही लांजीत मार्ग की मरम्मत नहीं की गई तो वे सामूहिक आंदोलन करेंगे। उनका कहना है कि आने वाले समय में वे नेताओं और अधिकारियों को इसी सड़क पर घुमाकर असली विकास का चेहरा दिखाएंगे।