ट्रैक्टर की चपेट में आने से डेढ़ वर्षीय मासूम की दर्दनाक मौत

सूरजपुर/बिहारपुर

सूरजपुर जिले के दूरस्थ पहाड़ी वं वनांचल क्षेत्र बिहारपुर में दर्दनाक हादसे में मासूम बच्चे की मौत हो गई। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार ठाड़पात्थर निवासी अजय साहू के डेढ़ साल के बेटे की गुरूवार की देर शाम ट्रैक्टर की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई। खेत में धान ढुलाई करने के लिए किराए का ट्रैक्टर बुलाया गया था। अजय ने अपने छोटे बेटे को पास में ही सुरक्षित जगह समझकर सुला दिया था, किंतु ओव्हरलोडिंग और बेपरवाही ने उसके घर में कोहराम मचाच दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ट्रैक्टर चालक विक्रम पांडे धान को ओवरलोड कर ट्रैक्टर में भर रहा था। धान से अटे पड़े ट्रैली को खेत से निकालते समय ट्रैक्टर अचानक अनियंत्रित हो गया। चालक के नियंत्रण खोते ही ट्रैक्टर सीधे उस स्थान की ओर बढ़ गया जहां मासूम बच्चा सो रहा था। देखते ही देखते ट्रैक्टर ने बच्चे को कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। घटना इतनी भयावह थी कि परिवार के लोग चीख पड़ें और पूरा खेत मातम में बदल गया। हादसे के बाद आरोपी चालक विक्रम पांडे ट्रैक्टर। छोड़कर मौके से फरार हो गया। स्थानीय ग्रामीणों ने तत्काल घटना की सूचना चांदनी थाना पुलिस को दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची, स्थिति का जायजा लिया और मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। फरार चालक की तलाश के लिए पुलिस द्वारा आसपास के क्षेत्रों में खोजबीन की जा रही है।ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में धान ढुलाई के दौरान ओवरलोडिंग का चलन आम हो गया है, जिस पर किसी तरह की रोक-टोक नहीं होती। लापरवाही और अवैध ओवरलोडिंग के कारण आए दिन दुर्घटनाएँ हो रही हैं, लेकिन निगरानी की कमी के कारण हालात नहीं सुधर रहे हैं। मासूम की इस दर्दनाक मौत ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से ओवरलोडिंग पर सख्त कार्रवाई और ऐसे वाहनों की नियमित जांच की मांग की है,ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे दोबारा न हों।

आम नागरिकों की मानें तो जिले में ओव्हरलोड वाहनों का बेरोक-टोक परिचालन हो रहा है, लेकिन पुलिस व आरटीओ विभाग को इससे कोई लेना-देना ही नहीं है। पुलिस महज दोपहिया व चारपहिया वाहन चालकों से चालानी कार्रवाई में ही व्यस्त है। जबकि दूसरी ओर ओव्हरलोडिंग के कारण आये दिन बड़े दुर्घटनाएं भी घटित हो रही है। बावजूद इसके इस दिशा में पुलिस प्रशासन की कार्रवाई शून्य के बराबर है, जिससे ओव्हरलोड वाहनों का बोलबाला है। ट्रैक्टर से धान ढुलाई में तय हो मानक ट्रैक्टर व पिकअप जैसे मालवाहक वाहनों में क्षमता से अधिक माल ढुलाई करने के कारण आये दिन ऐसी दुर्घटनाओं की खबरें सामने आती हैं। क्षमता से अधिक भार और बिना किसी निगरानी के आवागमन लगातार हादसों को जन्म दे रहा है।

हालिया घटना ने साफ कर दिया है कि बिना निर्धारित मानकों के ट्रैक्अर से माल ढुलाई करान सीधे-सीधे लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ है।

प्रशासन को चाहिए कि ट्रैक्टर संचालन,भार सीमा और सुरक्षा नियमों के स्पष्ट मानक तय करे और पलन न होने पर कड़ी कार्रवाई हो, ताकि इस तरह की त्रास्दी दोबारा न दोहराई जाए।

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