किसानों के नाम पर सरकारी खजाने से खुलेआम लूट,धान की पैदावार ही नहीं हुई और पर्ची पर चढ़ गए सैकड़ों क्विंटल धान,

किसान के बिना बैंक पहुंचे हो गया लाखों का आहरण,
समिति प्रबंधक और सहकारी बैंक शाखा प्रबंधक लूट रहे हैं सरकारी खजाने को,शिकायत करने पर किसानों को दी जाती है धमकी,
कैबिनेट मंत्री ने कहा मामला बेहद ही गंभीर,
जांच के बाद कार्यवाही का दिया आश्वासन,
सूरजपुर – छत्तीसगढ़ धान का कटोरा कहा जाता है क्योंकि यहां धान की २० हजार प्रजातियां पाई जाती हैं,छत्तीसगढ़ में सत्ता के सिंहासन तक पहुंचाने के लिए यहां के किसान और धान सियासत के अहम अंग है,सूरजपुर जिले से एक ऐसा मामला प्रकाश में आया है जहां सिलफिली धान समिति प्रबंधक और सहकारी बैंक लटोरी प्रबंधक की मिली भगत से किसानों के नाम पर सरकारी खजाने में डाका डाला जा रहा है,किसान की जमीन तो है किंतु धान का उत्पादन एक कटोरा भी नहीं है तब भी उसकी पर्ची पर सैकड़ो क्विंटल धान बेचा जा रहा है और धान की कीमत का पैसा भी सहकारी बैंक लटोरी से किसानों की उपस्थिति के बिना आहरित भी हो जा रहा है,
किसानों का कहना है कि सहकारी बैंक के प्रबंधक दिलीप दुबे और समिति प्रबंधक विनोद जायसवाल कई वर्षों से यह खेल खेल रहे हैं शिकायत करने पर किसानों को धमकी भी मिल रही है,कई किसानों ने बताया कि ऐसे सैकड़ो मामले हैं जिनका भौतिक सत्यापन कर सूक्ष्म जांच की जाए तो बड़े खुलासे हो सकते हैं,वही क्षेत्र की विधायक एवं कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहां की देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूरजपुर के जंबूरी मैदान में कहा था कि भ्रष्टाचार नहीं होने दूंगा हम इसकी जांच अवश्य करायेंगे,निश्चित तौर पर सूरजपुर के साथ पूरे छत्तीसगढ़ में किसान और धान ऐसे भष्ट प्रबंधकों को धन कुबेर बना रहे हैं डबल इंजन की सरकार इस मसले को कितनी गंभीरता से लेती है यह तो देखने वालीबात होगी।