स्कूलों में कड़ाई करने वाली DEO के तबादले पर नेता शिक्षकों ने आतिशबाजी कर मनाया जश्न…

सूरजपुर. जिले की शिक्षा व्यवस्था कैसा और किस ओर जा रहा यह किसी से छिपी नही है शिक्षा के मंदिर में मद मस्त शिक्षक किस कदर गिर सकते है आये दिन देखने सुनने को मिल जाता है। फिलहाल जिले के शिक्षा विभाग में नेतागिरी हावी है यहाँ के अधिकांश शिक्षक नेता की लापरवाही और मनमानी से शिक्षा की गुणवत्ता लगातार गर्त पर जा रही है वहीं ईमानदारी से ड्यूटी का पाठ पढ़ाते हुए बेपरवाही पर अंकुश लगाने वाले जिला शिक्षा अधिकारी का तबादला होने पर लापरवाह शिक्षकों, व्याख्याताओं की चांदी हो गई है। बहरहाल DEO के तबादले पर खुशी का इजहार शिक्षक साझा मंच के बैनर तले करते हुए शिक्षकों ने जमकर आतिशबाजी कर मिठाई बांटी। विदित हो कि सूरजपुर जिले के अधिकांश शासकीय स्कूलों में कार्यरत कर्मचारी संगठन से जुड़े शिक्षकों के द्वारा अपने पद और संगठन का धौंस दिखाते हुए ड्यूटी से गायब रहने, सप्ताह में एक दिन आकर उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर कर देने की परिपाटी बनी हुई थी। जिसके चलते स्कूलों में न सिर्फ पढ़ाई प्रभावित हो रही थी बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता में कमी भी आ रही थी। जिले के अधिकांश स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति काफी कम होती थी। करीब 6 माह पूर्व सूरजपुर में जिला शिक्षा अधिकारी के रूप में भारती वर्मा की पोस्टिंग हुई थी। उन्होंने पदस्थापना के साथ ही लापरवाह कर्मचारियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया था। कड़ाई किए जाने से स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति भी बढ़ी थी। वहीं हाल ही शासन के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी भारती वर्मा का तबादला कर दिया गया है। उनके स्थानांतरण के साथ ही लापरवाह और स्कूल से नागा मारने वाले कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई।
आरोप -प्रत्यारोप
शिक्षक साझा मंच के जिला संचालक सचिन त्रिपाठी और यादवेन्द्र दुबे ने आरोप लगाया कि जिला शिक्षा अधिकारी के तानाशाही रवैये और मनमाने आदेशों से पूरा शिक्षा तंत्र त्रस्त था। हाल ही में हुए युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया में जिस तरह भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का बोलबाला रहा, उसने शिक्षकों का धैर्य तोड़ दिया। शिक्षकों पर नियमविरुद्ध दबाव बनाया गया, भयादोहन किया गया और विरोध करने वालों को निलंबन जैसे तानाशाही हथकंडों का शिकार होना पड़ा। जिला शिक्षा अधिकारी के ऐसे व्यवहार पर जिले के शिक्षको का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को हटाने के लिए मुखर होकर आंदोलन भी किया। इनके तबादले की खबर मिलते ही जिले के शिक्षकों ने सार्वजनिक रूप से जश्न मनाया। साझा मंच के पदाधिकारियों ने दो टूक कहा है कि अब जिले में किसी भी शिक्षा अधिकारी की मनमानी और तानाशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिक्षा व्यवस्था को पटरी से उतारने वालों के खिलाफ इसी तरह की एकजुटता आगे भी दिखाई जाएगी। इस दौरान शिक्षक साझा मंच के सहादत अली, राकेश शुक्ला,गौतम शर्मा संजय यादव,कृष्णा सोनी, भुनेश्वर सिंह, राकेश गौतम,कमल किशोर पाण्डेय, राधेश्याम साहू, मुन्ना प्रसाद सोनी,पिंकू शर्मा, विजेन्द्र जायसवाल, संतोष गुप्ता, रजनीश तिवारी, आशीष जायसवाल, अंकित कोसरिया,जोगेन्द्र भास्कर, दिनेश साहू, नागेन्द्र यादव उपस्थित रहे।
भारती वर्मा ने हर आरोपों को नकारा
सूरजपुर जिले में ड्यूटी के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी भारती वर्मा के द्वारा शिक्षक साझा मंच के द्वारा लगाए गए हर आरोपों को पूर्व में ही नाकार दिया गया है। उन्होंने मच को जवाब देते हुए यह कहा था कि जिले शासन द्वारा तय मापदंडों और नियमों के अनुसार ही युक्तियुक्त करण किया गया है। मनमानी का आरोप बेबुनियाद है। उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने लापरवाहों पर शिकंजा कसना शुरू किया तो मनगढ़ंत आरोप लगाया जाने लगा। उन्होंने हर आरोपों से इनकार किया है।