कथा जागरण का कार्य है हिन्दूत्व जगाना, कथा में अकेले नहीं बच्चों को भी लाएं साथ-कवि सिंह

सूरजपुर। सूरजपुर रंगमंच में श्री रामकथा के पांचवे दिन व्यास पीठ से स्वामी परमात्मानंद जी ने कहा कि मिथला नगरी उस समय की श्रेष्ठ नगरी थी, अद्भूत नगरी थी। प्रत्येक घर मंदिर जैसा था सर्व सम्पन्न शहर मिथला नगरी थी। जहाँ जलाशय, नदी, बगीचा, अन्धी सड़कें, खुशहाल नागरिक। राम जी लक्ष्मण सहित विश्वामित्र को ठहराया गया था, तुलसी दास जी कहते हैं वह भवन सर्वसुविधा युक्त था। वह भवन समयानुकुल था। इसका मतलब वातानुकुलित था। पुष्प वाटिका में राम और सीता का मिलन होता है जो मर्यादा में होता है। उस मिलन को देख कर एक सखी का वर्णन आता है कि राम और लक्ष्मण को जो देखा वह देखता रह गया इतना सुंदर श्याम और गौर वर्ण की जो आखें देखे तो पलक बंद न हो, जुबान उसका वर्णन नहीं कर सकती उसको व्यक्त नहीं किया जा सकता। विवाह सम्पन्न होने के पश्चात् राम ने सीता से कहा कि मैं तुझे उपहार स्वरुप यह ही दे सकता हूँ कि मेरे जीवन में तुम्हारे सिवा कोई दूसरी सीता नहीं आयेगी। राम ने मर्यादा को परिभाषित करते हुये बताया है कि अपनी पत्नी को छोड़ कर सभी पराई स्त्री को माँ के रुप में देखना चाहिये। विवाह समय राजा जनक ने राजा दशरथ को बड़ा आदर दिया और उन्हें बड़ा कहा परन्तु राजा दशरथ ने कहा कि आप श्रेष्ठ है क्योंकि आपने हमें अपनी पुत्री दी है। हम सदैव आपके ऋणी रहेंगे। स्वामी जी ने कहा कि आज के परिवेश में दहेज के कारण लोग बेटियों को जन्म नहीं दे रहे हैं। दशरथ जैसी सोच रखने से लड़कियाँ पैदा करने वालों को गर्व महसूस होगा ।
राम कथा में पहुँची देश की प्रसिद्ध राष्ट्रवादि गायिका
देश की प्रसिद्ध राष्ट्रवादी गायिका रोहतक हरियाणा से कवि सिंह पहुंची जिसका श्री रामकथा आयोजन समिति ने गर्म जोशी से स्वागत किया, कवि सिंह ने मंच में देश भक्ति गानों से श्रोताओं में जोश भर दिया। उन्होंने कहा कि मैं सूरजपुर सहित छ०म० को जगाने के लिये आई हूं। यहां की बेटियों जाग जायें लव जिहाद से बचें। कथा में केवल बुजुर्ग ना आये अपने साथ परिवार बच्चों को जरुर लायें। हिन्दुत्व जगेगा तभी हिन्दुत्व बचेगा। उन्होंने स्वामी जी को इंगीत करते हुये बताया कि स्वामी जी 76 वर्ष की उम्र में हिंदुओं को जगाने और एक जूट करने के लिये कथा कह रहे हैं। हमें धर्म, संस्कार को अपने परिवार में जिंदा रखना है। हमें अपने आने वाले पीढ़ी को संस्कार देना आवश्यक है । खजुराहो म०प्र० से आये हुये डॉ राघव पाठक ने हिंदुओं को जगाने और अपने आने वाले पीढ़ी पर ध्यान देने की बात कही इन्होंने कहा कि हम धन अर्जन करें लंकिन बच्चों पर जरूर ध्यान दें बच्चे मोबाईल में क्या देख रहे हैं क्या कर रहे हैं उस पर जरुर ध्यान दें। हम ध्यान नहीं देते और हमारे बच्चे लव जिहाद के शिकार हो जाते हैं। बच्चों को कथा से, पुजा पाठ से
जोड़े घर में एक साथ भोजन एक साथ पूजन आवश्यक है। अपने धार्मिक ग्रंथों की जानकारी हमारे महापुरुषों की कहानी सुनायें। धर्म बचेगा तभी देश बचेगा ।
कथा के पश्चात् कथा वाचक बाल विदुषी विजया उरमलिया ने भी अपने विचार रखे । पाँचवे दिन के कथा में मध्य क्षेत्र के मठ मंदिर अर्थक पुरोहित, सम्पर्क प्रमुख श्री चन्द्रशेखर वर्मा जी, शिशुपाल सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष वि०हि०प०, संतोष यादव सह विभाग कार्यवाह बिलासपुर विभाग राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, शैलेश अग्रवाल उपाध्यक्ष नगर पालिका परिषद सूरजपुर, अरविन्द मिश्रा मण्डल अध्यक्ष सूरजपुर वरिष्ट नागरिक संघ के अनिल गोयल, हरिदास अग्रवाल, मोतीलाल गुप्ता, विष्णु प्रताप अग्रवाल, एस.एन. भारती, चन्द्र दत्त शर्मा विजय अग्रवाल, राजेन्द्र गुप्ता, पानमल जैन, दुर्गाप्रसाद अग्रवाल नागेन्द्र पाण्डेय, हजारों की संख्या में मातृशक्ति के साथ जन समूह श्री राम कथा का रसपान कर रही है।