क्या कलेक्ट्रेट नकल शाखा के बाबू का तनख्वाह से नहीं चल पा रहा घर,इसलिए नकल दस्तावेज के नाम पर वसूल रहे पैसे?

साहब कलेक्ट्रेट नकल शाखा में बिना पैसे नहीं निकलती नकल।

क्या नव पदस्थ कलेक्टर साहब लेंगे इन बाबू के खिलाफ संज्ञान?

 

🔸कौशलेन्द्र यादव🔸

 

सूरजपुर,।संयुक्त कलेक्ट्रेट कार्यालय के नकल शाखा में पदस्थ बाबू को मिलने वाली तनख्वाह कम पड़ रही है जिस वजह से हर वह व्यक्ति जो नकल के लिए आता है उससे पैसे वसूले जाते हैं या कहे तो नकल के एवज में घूस लिया जाता है, घुस लेने की परंपरा काफी समय से बनी हुई है पर इस बार घुस लेते हुए बाबू का वीडियो वायरल हो गया और डंके की चोट पर बाबू घुस लेते हैं पर कोई बोलने वाला नहीं है सवाल तो तब उत्पन्न होता है इस कार्यालय में जिले के कलेक्टर बैठ रहे हैं उसी कार्यालय में घुस का खेल दिनदहाड़े और प्रतिदिन चल रहा है, कलेक्ट्रेट भवन में संचालित नकल शाखा रिश्वतखोरी का अड्डा बना हुआ है। यहां के कर्मचारी सरेआम रिश्वत लेते कैमरे में कैद हुए हैं। दरअसल लोगों से मिली शिकायत के बाद जब पत्रकार नकल शाखा पहुंचे तो देखा कि वहां कर्मचारियों द्वारा किसी भी प्रकार का काम करने के एवज में खुलेआम पैसे लिए जा रहे हैं। एक कर्मचारी महिला से काम के एवज में रुपए लेते कैमरे में कैद भी हो गया। जब उनसे इसके बारे में जानकारी लेनी चाही तो वे कुछ भी कहने से बचते नजर आए। वहीं रिश्वत लेने का वीडियो सामने आने के बाद प्रशासनिक अधिकारी मामले की जांच कर कार्यवाही की बात कर रहे हैं। वहीं लोगों का कहना है कि कलेक्ट्रेट परिसर में जहां कलेक्टर सहित जिले के सभी विभाग के आला अधिकारी मौजूद रहते हैं, वहां इस प्रकार का खुलेआम रिश्वतखोरी का खेल चल रहा है और अधिकारियों को इसकी भनक नहीं है, तो क्या अधिकारी बेपरवाह हैं या फिर उनकी मिलीभगत से रिश्वत का यह खुला खेल चल रहा है। इस संबंध में संयुक्त कलेक्टर नरेंद्र पैंकरा ने कहा कि आपके माध्यम से वीडियो सामने आया है। इस पूरे मामले की जांच कर दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।

13 साल से रिकॉर्ड पटवारी के पास तहसील में नहीं जमा किया पटवारी ने रिकॉर्ड:-

राजस्व विभाग इस समय सिर्फ पैसे के भरोसे चल रहा है इतनी अनियमितताएं हैं पर इस ओर किसी का ध्यान नहीं राजस्व विभाग के तहसील कार्यालय सूरजपुर में 13 साल का रिकॉर्ड पटवारी ने जमा नहीं किया, जबकि इस 13 साल में कई पटवारी हल्के से बदले पर रिकॉर्ड को तहसील कार्यालय में जमा करना जरूरी नहीं समझा, आखिर क्या वजह है कि पटवारी रिकॉर्ड को जमा नहीं करते, मिली जानकारी के अनुसार गोपालपुर हल्का के पटवारी द्वारा 13 साल से जमीन के रिकॉर्ड को जमा नहीं किया गया, इसका खुलासा तब हुआ जब एक व्यक्ति अपने भूमि का रिकॉर्ड लेने के लिए तहसील कार्यालय पहुंचा और 2016-17 व 2017 -18 का खसरा मांगा तो रिकॉर्ड रूम के कर्मचारी ने बताया कि 2010 के बाद का कोई भी दस्तावेज जमा नहीं है पटवारी के पास ही होगा अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि 13 साल में कई पटवारी बदले होंगे पर किस पटवारी के पास सारे दस्तावेज पड़े हैं इस बात की जानकारी किसी को नहीं और तहसील कार्यालय में 13 साल से पटवारियों ने दस्तावेज जमा नहीं किए यह किसी के पास पूछने की फुर्सत नहीं।

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