सरकार के अंतिम बजट में भी शिक्षक एल. बी. संवर्ग के मांगो कों पूरा नहीं करना शिक्षकों के साथ अन्याय…

सूरजपुर,समग्र शिक्षक फेडरेशन के जिला कार्यकारी अध्यक्ष ने मीडिया से संवाद करते हुए बताया कि विधानसभा बजट 2023 से एल. बी.संवर्ग के शिक्षकों को काफी उम्मीदें थी किन्तु हमारी मांगो को पूरा न करने से हमें निराशा हाथ लगी है। आपको बता दें कि कहीं न कहीं सरकार को इनके साथ न्याय न करने से आगामी विधानसभा चुनाव पर इसका विपरीत प्रभाव देखने को मिल सकता है क्योंकि संविलियन 2018 के बाद प्रदेश का एक बड़ा कर्मचारी वर्ग जिनकी संख्या 109000 है जो अपनी संख्या बल के बुते पर चुनावी समीकरण बदलने का दम भरते है जिसका खमियाज पूर्वर्ती रमन सरकार ने उठा चूका है जो कि अपने कार्यकाल के अंतिम वर्ष में संविलियन की सौगात देकर भी इस शिक्षक संवर्ग के वेतन में विसंगति हो जाने से इनके आक्रोश का शिकार हो चूके हैं ।बहरहाल यह देखना दिलचस्प रहेगा कि वर्तमान प्रदेश सरकार इनकी मांग को लेकर निर्णय कब तक लेती है।राज्य के शिक्षक संवर्ग के कर्मचारी जो लगातार अंतराल में कभी ज्ञापन तो कभी एक दिवसीय व अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन करते आ रहे हैं। और इनकी सक्रियता को शोसल मिडिया में भी देखी जा रही है। बीते दिनों प्रदेश के 90 विधायकों का समर्थन पत्र भी ले चुके हैं।और लगातार अपनी मांगो के प्रति सरकार का ध्यानाकृष्ट करा रहे हैं।बावजूद इसके इन्हे अब तक खाली हाथ ही लौटना पडा है जबकि प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इनकी मांग पर गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए पूर्व में 90 दिनों में रिपोर्ट सौंपने के लिए अंतर्विभागीय कमेटी गठित की थी जिसकी रिपोर्ट आज तक सार्वजनिक न करने से शिक्षक खेमे में सरकार के प्रति नाराजगी को इनके धरना प्रदर्शनों में देखी जा सकती है।