41 दिन से अनिश्चितकालीन हड़ताल, आवश्यक मूलभूत
सुविधाओं को लेकर ग्रामीण हड़ताल कर रहे...

सूरजपुर. छत्तीसगढ़ प्रदेश की सरकार सुशासन तिहार मानकर अनेकानेक विकास का दावा कर अपनी ढिढोरा पिटती है। न जाने कितने योजना आये पर आज भी गांव में आवश्यक मूलभूत सुविधाओं को लेकर ग्रामीण तरसते है। प्रदेश के और जिले के अंतिम छोर पर बसा सपहा गांव है जहाँ के ग्रामीण आज भी बिजली,पानी,सड़क सुविधाओ से महरूम है न तो सड़क न ही पुलिया न सामुदायिक भवन है। जिसे लेकर सपहा गांव के एक परिवार अपने निर्माणाधीन घर में बिजली,पानी, सड़क, पुलिया, सामुदायिक भवन,वन अधिकार पट्टा, सोलर पंप, ड्यूल पंप की मांग को लेकर सुशासन तिहार के विरुद्ध 41 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे है। अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठे लालजी बौद्ध ने बताया कि सुशासन तिहार मे उन्होंने कई आवेदन दिया था लेकिन अभी तक एक भी मांग पूरा नहीं हुई है जिस कारण उनकी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है।आज सुशासन तिहार के विरुद्ध चल रहेअनिश्चितकालीन हड़ताल में चांदनी बिहारपुर के तहसीलदार टीम सहित धरना स्थल पहुंचे। और बताया क हड़ताल खत्म कर दें धीरे-धीरे करके सभी मांग पूरा कर दिया जाएगा। लेकिन हड़ताली पर कुछ असर नही हुआ। हड़तालियों का कहना है कि उन्हें कई बार लिखित आश्वासन मिला है पावती भी है पर हड़ताल खत्म होने के बाद अधिकारी कर्मचारी शासन प्रशासन अपने वादा को भूल जाते हैं इसलिए वे लोग जब तक बिजली सड़क पुलिया पानी वन अधिकार पट्टा सोलर पंप बोर खनन इत्यादि मांग जमीन पर नहीं होता है तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखेगे। अब धोखा खाने वाले हम लोग नहीं हैं इसलिए आश्वासन पर हड़ताल खत्म नहीं किया जाएगा। बहरहाल हड़तालियों का रौद्र रुख देखकर तहसीलदार चलते बने। 16 मई से प्रारंभ अनिश्चितकालीन हड़ताल का 41 दिन है। कब सपहा के ग्रामीणों आवश्यक मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिलेगा,कब उनकी मांग पूरी होगी..?