आमगांव खुली खदान परियोजना को बंद करेगें अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन

द फाँलो न्यूज

भूमि स्वामी नौकरी के लिए एस.ई.सी.एल. दफ्तर का चक्कर लगा लगा हैं परेशान …..

एस.ई.सी.एल. प्रबंधन के द्वारा नौकरी देने के लिए ४ साल से दिया जा रहा है टाइम पर टाइम….

४६४ रोजगार में केवल आज तक ३७ लोगों ही दिया है रोजगार…..

सूरजपुर – रामानुजनगर।ग्राम पटना के भूमि स्वामियों ने ज्ञापन के माध्यम से सूचना दिया है २८ सितंबर तक एस. ई. सी.एल. विश्रामपुर के द्वारा अधिग्रहित भूमि के एवज में नौकरी नहीं देने पर भूमि स्वामियों के द्वारा आमगांव खुली खदान परियोजना को बंद कर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेंगे। ज्ञापन में उल्लेख है कि ग्राम पटना की भूमि को एस.गई.सी.एल. विश्रामपुर के द्वारा आमगांव खुली खदान परियोजना हेतु अधिग्रहित किया गया है। पटना के अधिग्रहित भूमि के एवज मे ४६४ रोजगार सृजन हो रहे हैं। एस.ई.सी.एल. प्रबंधन के द्वारा भूमि मुआवजा राशि का भुगतान ४ से ५ साल पहले कर दिया गया है। परंतु अभी तक एस.ई.सी.एल. प्रबंधन के द्वारा ४६४ रोजगार में से मात्र ३७ लोगों को रोजगार दे पाया है। प्रभावित भूमि स्वामी व उनके आश्रितों ने नौकरी के लिए एस.ई.सी.एल. दफ्तर का चक्कर लगा -लगा कर परेशान हो रहें हैं प्रबंधन के द्वारा नौकरी देने के लिए ४ साल से समय पर समय दिया जा रहा है। कई भूमि स्वामियों को अभी तक भूमि का मुआवजा नहीं मिल पाया है। ३ साल पहले घर,मकान ,परिसंपति, पेड़ पौधा का मुआवजा निर्धारण करने के बाद भी अभी तक प्रभावितों को मुआवजा राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है। और न ही घर ,मकान ,परिसंपति के मुआवजा निर्धारण में हुई विसंगतियां को सुधारने व पुन:सर्वे के लिए कोई पहल किया जा रहा है। प्रबंधन के द्वारा भूमि स्वामियों व उनके आश्रितों के भविष्य व सपनो के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। लगातार प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देशों के बाद भी मनमानी तरीके से प्रबंधन घोर लापरवाही किया जा रहा है। जिसके कारण किसान व भूमि स्वामी,एवं आश्रितों को नौकरी नहीं मिलने पर आर्थिक क्षति के साथ मानसिक क्षति हो रही है।

प्रभावित भूमि स्वामी के द्वारा एस.ई.सी.एल. प्रबंधन को लिखित में सूचना दिया गया है कि अगर २८ सितंबर तक हमें नौकरी आदेश नहीं दिया जाता है तो २९ सितंबर से आमगांव खुली खदान परियोजना का कोयला उत्खनन ,व परिवहन कार्य को बंद कर।

आमगांव खुली खदान परियोजना के मुख्य गेट पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दिया है

Back to top button
error: Content is protected !!