युवा कांग्रेस ने सैकड़ों की संख्या में किया भारतीय जीवन बीमा कार्यालय का घेराव,

शेयर बाजार में तेज गिरावट ने मोदी सरकार और कुछ कॉर्पोरेट घरानों के बीच के अवैध गठजोड़, नरेंद्र यादव

सूरजपुर । हिंडनबर्ग रिपोर्ट से वित्त बाजार में तबाही जारी है। इस बीच निवेशकों के हित को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार और वित्तीय संस्थाओं को घेर लिया है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने अडानी मुद्दे पर भारतीय स्टेट बैंक और भारतीय जीवन बीमा निगम की मुख्य शाखाओं के सामने प्रदर्शन किया है। सूरजपुर में प्रदर्शन के दौरान स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और भारतीय जीवन बीमा निगम की तख्ती लगाए प्रदर्शनकारी, गौतम अडानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे का मुखौटा लगाए व्यक्तियों के कदमों में लोटते दिखाए गए। युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नरेंद्र यादव की अगुवाई में मुख्य प्रदर्शन सूरजपुर के जनपद पंचायत कार्यालय के सामने स्थित भारतीय जीवन बीमा निगम की मुख्य शाखा के बाहर हुआ । युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नरेंद्र यादव ने कहा कि, शेयर बाजार में तेज गिरावट ने मोदी सरकार और कुछ कॉर्पोरेट घरानों के बीच के अवैध गठजोड़ को सार्वजनिक कर दिया है। इतना सब होने के बाद भी सरकार निवेशकों को सुरक्षित रखने के लिए किसी तरह की जांच और कार्रवाई से बच रही है। इसकी वजह से पूरा मध्यम वर्ग चिंतित है। केंद्र सरकार द्वारा अडानी समूह में भारतीय स्टेट बैंक और भारतीय जीवन बीमा निगम जैसे सरकारी वित्तीय-बैंकिंग संस्थानों के बेहद जोखिम भरे निवेश ने भारतीय जीवन बीमा निगम के 29 करोड़ पॉलिसी धारकों और भारतीय स्टेट बैंक के 45 करोड़ खाता धारकों पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। केंद्र सरकार जांच भी नहीं करा रही है और संसद में चर्चा से भी भाग रही है। यह निवेशकों को और अंधेरे में डालने वाली बात होगी।

संसदीय समिति से जांच की मांग उठाई

इस प्रदर्शन के जरिए कांग्रेस ने दो प्रमुख मांग उठाई है। युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष नरेंद्र यादव ने कहा, हमारी मांग है कि हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में उठे सवालों की सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अथवा संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराई जाए। हमारी दूसरी मांग है कि भारतीय जीवन बीमा, भारतीय स्टेट बैंक सहित अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों के अविवेकपूर्ण निवेश पर संसद में चर्चा कराई जाए। निवेशकों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं।

क्या है यह अडानीगेट जिसने बढ़ा दी है चिंता

एक अमेरिकी कंपनी है हिंडनबर्ग रिसर्च यह इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव मार्केट के आंकड़ों का विश्लेषण करती है। इसे कॉरपोरेट जगत की गतिविधियों के बारे में खुलासा करने के लिए जाना जाता है। कंपनी यह पता लगती है कि क्या शेयर मार्केट में कहीं गलत तरीके से पैसों की हेराफेरी तो नहीं हो रही है। कोई कंपनी अकाउंट मिसमैनेजमेंट कर खुद को बड़ा तो नहीं दिखा रही है। कोई कंपनी शेयर मार्केट में अपने फायदे के लिए गलत तरीके से दूसरी कंपनियों के शेयर को बेट लगाकर नुकसान तो नहीं पहुंचा रही है। 24 जनवरी को हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर 32 हजार शब्दों की एक रिपोर्ट जारी की। इसमें 88 सवाल भी शामिल किये थे। इसमें दावा किया गया, अडानी समूह दशकों से शेयरों के हेरफेर और अकाउंट की धोखाधड़ी में शामिल है। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया, मॉरीशस से लेकर संयुक्त अरब अमीरात तक टैक्स हेवन देशों में अडानी परिवार की कई मुखौटा कंपनियां हैं। इनका उपयोग भ्रष्टाचार, मनी लांड्रिंग के लिए किया गया है। इन मुखौटा कंपनियों के जरिए फंड की हेराफेरी भी की गई

इस रिपोर्ट के असर से भरभराकर गिरे अडानी के शेयर

रिपोर्ट आने के बाद से अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज के शेयर 12 दिन में करीब 60% टूट चुके हैं। इसके पहले शुक्रवार को कंपनी के शेयर 35% तक गिर गए थे। शेयरों में भारी गिरावट के बाद गौतम अडानी की नेटवर्थ 90 बिलियन डॉलर हो गई है। पिछले साल ये 150 बिलियन डॉलर के करीब थी। सोमवार को जारी हुई फोर्ब्स की अमीरों की रियल टाइम लिस्ट में अडानी 21 वें स्थान पर आ गए हैं। शुक्रवार को वह 22वें स्थान पर खिसक गए थे। 27 फरवरी के पहले अडानी दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे और एशिया में पहले नंबर पर थे। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से युवा कांग्रेस के अमृतांश सिंह,दीपक कर,चंद्रभान राजवाड़े,हिमेन्द्र गुर्जर,पिंटू गुर्जर,अंशु पांडेय,शालू मित्तल,आशीष यादव,कमलेश यादव,प्रयाग दास मानिकपुरी, प्रवीण सिंह राजपूत, उत्तम यादव,भूषण बघेल, एन एस यू आई कि ओर से जिलाध्यक्ष चंद्रकांत चौधरी, सरफराज खान, राजा अंसारी ,सत्यम,राजन,संजीव,शिवम साहू,अदनान,सुकेन्द्र नायक,प्रिंस बग्गा,विकास कुशवाहा,डिकेश,शन्त, नरेंद्र आदि भारी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे

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