हंस वाहनी विद्या मंदिर मामला अब राजनीति की गरमी,कलेक्ट्रेट में दिनभर हलचल

सूरजपुर में केजी-2 के बच्चे को पेड़ से लटकाने वाले हाई-प्रोफाइल मामले में अब राजनीति ने पूरी तरह एंट्री कर ली है। शुक्रवार को सूरजपुर कलेक्ट्रेट परिसर पूरे दिन गहमा-गहमी से भरा रहा। एक तरफ स्कूल की मान्यता खत्म होने से नाराज़ अभिभावक और बच्चे थे,वहीं दूसरी तरफ राजनीतिक नेताओं की मौजूदगी से माहौल और गर्माता दिखा।

कांग्रेस नेत्री शशि सिंह

बच्चों और अभिभावकों के साथ कलेक्टर से मिलीं, स्कूल की मान्यता फिर से बहाल कराने की मांग को लेकर कांग्रेस नेत्री शशि सिंह बड़ी संख्या में अभिभावकों और बच्चों को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुँचीं। उनका कहना था एक टीचर की गलती का खामियाज़ा पूरे स्कूल को क्यों भुगतना पड़े? बच्चों के भविष्य से इस तरह खिलवाड़ ठीक नहीं है। इसलिए हमने कलेक्टर सर से अनुरोध किया है कि स्कूल की मान्यता तुरंत बहाल की जाए। साथ ही उन्होंने प्रेमनगर विधायक भूलन सिंह मरावी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि विधायक जिला शिक्षा अधिकारी के साथ जाते हैं,डायरी लेकर आते हैं और स्कूल बंद कराने की बात करते हैं। यह बच्चों के भविष्य से सीधा खिलवाड़ है।

विधायक भूलन सिंह मरावी ने दिए जवाब,

घटना को बताया गंभीर, वहीं प्रेमनगर विधायक भूलन सिंह मरावी ने इन आरोपों पर सफाई देते हुए कहा मैं जनप्रतिनिधि हूँ। घटना की जानकारी मिली तो मौके पर गया। वहां के बुजुर्गों ने भी कहा कि वायरल वीडियो बिल्कुल सही है। जहां तक कार्रवाई की बात है। वह विभागीय मामला है और विभाग जो निर्णय लेगा, वही मान्य होगा।विधायक ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा कि बच्चों के साथ ऐसी हरकत किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जा सकती।

अभिभावकों का दर्द

गलती टीचर की,स्कूल क्यों बंद? कलेक्ट्रेट पहुंचे अभिभावकों ने भी साफ कहा हमारे बच्चे वर्षों से इसी स्कूल में पढ़ रहे हैं। एक टीचर की गलती की सजा पूरे स्कूल और बच्चों को देना ठीक नहीं है। कार्रवाई हो तो टीचर पर हो, पूरे स्कूल को क्यों बंद कर रहे हैं?अभिभावकों की संख्या इतनी ज्यादा थी कि कलेक्ट्रेट परिसर दोपहर तक भीड़ से भरा रहा।

जिला शिक्षा अधिकारी अजय मिश्रा।

बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता, जिला शिक्षा अधिकारी अजय मिश्रा ने कहा, पूरे मामले में नियमों के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। बच्चों की सुरक्षा और भविष्य से खिलवाड़ किसी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्कूल की मान्यता,जांच रिपोर्ट और कानूनी प्रक्रिया के आधार पर आगे का निर्णय होगा।

क्या है पूरा मामला

बीते दिनों एक शिक्षिका द्वारा केजी-2 के बच्चे को होमवर्क न करने पर पेड़ से बांधकर सजा देने का वीडियो वायरल हुआ था।मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा और शिक्षा विभाग ने जांच शुरू करते हुए स्कूल की मान्यता निलंबित कर दी थी।अब इसी फैसले को लेकर अभिभावक और राजनेता आमने-सामने हैं।

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