पहले ग्राहक बनकर आरोपितों से पैंगोलिन का शल्क खरीदने का किया सौदा…फिर गिरफ्तार कर भेजा जेल,

वन विभाग व वन्य प्राणी अपराध नियंत्रण ब्यूरो जबलपुर की संयुक्त कार्रवाई।।

सूरजपुर। प्रतापपुर, वन्य जीव पैंगोलिन के 10 किलो शल्क (खाल) को बेचने की फिराक में लगे तीन आरोपितों को वन विभाग की विशेष टीम ने गिरफ्तार कर न्यायालय के निर्देश पर जेल भेज दिया है। वन्य प्राणी अपराध नियंत्रण ब्यूरो जबलपुर को मिली गुप्त जानकारी के आधार पर ग्राहक बनकर वन विभाग की टीम ने सूरजपुर जिले के भेलकच्छ निवासी चरकू ( 35), ग्राम दुलदुली निवासी तनगू राम ( 33 ) व विजय ( 21) को पकड़ा था।पेंगोलिन के शल्क का उपयोग दवाइयां बनाने के लिए किया जाता है।अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी मांग है और तस्कर ऊंचे दाम में इसकी बिक्री करते हैं।

जानकारी के अनुसार एक माह पहले वन्य प्राणी अपराध नियंत्रण ब्यूरो जबलपुर को पुख्ता सूचना मिली थी कि सूरजपुर जिला अंतर्गत वन परिक्षेत्र घुई के कुछ लोग संरक्षित प्रजाति के वन्य जीव पैंगोलिन के शल्क को बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहे हैं। वन्य प्राणी अपराध नियंत्रण ब्यूरो जबलपुर की टीम ने पैंगोलिन का शल्क बेचने ग्राहक की तलाश कर रहे आरोपितों से ग्राहक बनकर संपर्क करते हुए पैंगोलिन का शल्क खरीदने की बात कही। जिस पर आरोपितों ने तत्काल विश्वास न करते हुए शल्क न होने की बात कही थी। वन्य प्राणी अपराध नियंत्रण ब्यूरो की टीम ने हार नहीं मानी और महीने भर तक आरोपितों से गोपनीय तरीके से संपर्क बनाकर रखते हुए उन्हें शल्क के बदले में ऊंची कीमत देने का लालच देती रही। आखिरकार आरोपित टीम के झांसे में आ ग‌ए। पैंगोलिन का शल्क बेचने राजी होने पर उन्हें पकड़ने की योजना बनाई गई।

आरोपितों ने ग्राहक बनकर बैठी वन्य प्राणी अपराध नियंत्रण ब्यूरो की टीम को बनारस मार्ग पर स्थित ग्यारह नंबर मोड़ से रमकोला जाने वाले मार्ग के बीच स्थित कहुआ नाला के पास आने को कहा। लेन- देन का स्थान तय होने के बाद वन्य प्राणी अपराध नियंत्रण ब्यूरो की टीम ने इसकी जानकारी रायपुर में वन विभाग के उच्चाधिकारियों को दी थी।वन मुख्यालय के निर्देश पर वन मंडलाधिकारी संजय यादव ने वन्य प्राणी अपराध नियंत्रण ब्यूरो के साथ मिलकर उप वन मंडलाधिकारी आशुतोष भगत प्रतापपुर, रेंजर विनय कुमार टंडन प्रतापपुर, संस्कृति बार्ले घु‌ई, डिप्टी रेंजर सुरेन्द्र सिंह घुई सहित वन कर्मचारियों की विशेष टीम का गठन किया।

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