हाईटेक बस स्टैंड पर चारों तरफ गंदगी का अंबार, अवारा पशु घूमते आते हैं नजर

सूरजपुर नगर पालिका में लगभग पांच साल पहले करोड़ों रुपये की लागत से नवीन हाई टेक बस स्टैंड का निर्माण किया गया था. करीब पांच साल पहले सूरजपुर में यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए बस स्टैंड बनाए गए. बस स्डैंट भी ऐसे बनाए गए जो बिल्कुल हाईटक हैं. बड़ी संख्या में रोज यहां से सवारियां कई जिलों और शहरों में बसों से ट्रैवेल करती हैं. बावजूद इसके रात होते ही यहां सन्नाटा पसर जाता है. रात के वक्त यहां कोई भी मुसाफिर किसी भी कीमत पर नहीं रुकना चाहता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि रात होते ही यहां गुंडे बदमाशों का अड्डा लग जाता है. शराबखोरी की घटनाएं यहां रात के वक्त आम बात है. डर से कोई मुसाफिर यहां नहीं रुकना चाहता है.

हाईटेक बस स्टैंड में खौफ का डेरा:

15 दिसम्बर 2020 को इस हाईटेक बस स्टैंड की शुरुआत की गई. सुविधा से लैस इस बस स्टैंड में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए. लोगों की सुरक्षा और जान माल की हिफाजत के लिए पुलिस सहायता केंद्र खोला गया. पर लोगों का कहना है कि यहां कभी भी पुलिस सहायता केंद्र पर नहीं मिलती. बस स्टैंड में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए.लेकिन एक भी कैमरा चालू नहीं है ऐसे मे अगर किसी तरह का दुर्घटना घटता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा

दरअसल, सूरजपुर नगर पालिका में लगभग पांच साल पहले करोड़ों रुपये की लागत से नवीन हाई टेक बस स्टैंड का निर्माण किया गया था. वहीं, बस स्टैंड तो हाई टेक नहीं बना, लेकिन यात्रियों की मुसीबत जरूर बढ़ गई है. एक तरफ जहां हाई टेक बस स्टैंड में गंदगी का अंबार है. वहीं अवारा मवेशी घूमते नज़र आते हैं. यहां पीने के पानी की असुविधा का आलम है. ऐसे में एक पुलिस सहायता केंद्र का उद्घाटन किया गया, , जिसका ताला कोरम पूरा करने के लिए खोला जाता है पुलिस कर्मी आते है एक घंटा रहने के बाद चले जाते है

छत्तीसगढ़ में यात्रियों की सुविधा के लिए आवागमन का साधन बस है.जिसके लिए बड़े शहरों में मेट्रो सिटी की तर्ज पर बस स्टैंड बनाए गए हैं.लेकिन सूरजपुर जिले का बस स्टैड अपने आप में अनूठा है.क्योंकि यदि आप इस बस स्टैंड में बस पकड़ने के लिए आएंगे तो यहां आपको यात्रियों की जगह गाय और भैंस आपका स्वागत करते नजर आएंगी.पूरा बस स्टैंड परिसर गोबर और गौमूत्र मय होकर आपको इंतजार करता मिलेगा. साल 2020 में नए बस स्टैंड और हाईटेक यात्री प्रतीक्षालय का लगभग तीन करोड़ आठरह लाख रुपए की लागत से लोकार्पण किया गया था।

बस स्टैंड में यात्री सुविधाओं का था दावा :

सूरजपुर शहर में हाईटेक बस स्टैड के निर्माण के दौरान बड़े-बड़े वादे किए गए थे. ऐसा दावा किया गया था कि इस बस स्टैंड में यात्रियों को हर संभव सुविधाएं मिलेंगी.लेकिन मौजूदा हाल की बात करें तो एक अदद कुर्सी भी आपको इस बस स्टैंड में देखने को नहीं मिलेगी.जिसमें कोई थका हुआ यात्री बैठकर आराम कर सके।

गंदगी और बदबू से यात्री होते हैं परेशान 

इस बस स्टैंड में जितनी बसें आपको नजर नहीं आएंगी उससे ज्यादा मवेशी और नशेड़ी दिखेंगे.इनके गोबर और मूत्र के कारण पूरा बस स्टैंड किसी खटाल की तरह सुंगधमय हो रखा है.बारिश के दौरान तो इस बस स्टैंड का नजारा और भी सुखद हो उठता है।

जिम्मेदारों ने जवाबदेही से किया किनारा 

नया बस स्टैंड के यात्री प्रतीक्षालय में नशेड़ियों व मवेशियों का कब्जा है. गंदगी पसरी है. असामाजिक तत्व भी अपनी मौजूदगी का अहसास कई बार बस स्टैंड में करवा चुका है. अगर कहा जाए तो नगर निगम के अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही का नतीजा है कि करोड़ों रुपए की लागत से बने इस हाईटेक बस स्टैंड में अब नसेड़ीयों का अड्डा बन गया है।

Back to top button
error: Content is protected !!