तमाम कोशिशों के बाद भी बंद खदान में दबा युवक को निकालने में रेस्क्यू टीम को कोई सफलता नहीं

सूरजपुर – विश्रामपुर तमाम कोशिशों के बाद भी बंद खदान में दबा युवक को निकालने में रेस्क्यू टीम को कोई सफलता नहीं मिली है ऊपर से बारिश ने रेस्क्यू करने से रोक दिया है उल्लेखनीय है कि एसईसीएल बिश्रामपुर के बंद खदान 3/4 से कोयला खनन कर चोरी करने वाले एक युवक कल से खदान के चट्टान से दबा हुआ है। बताया जाता है कि सुनील सोनी आत्मज राम गोविंद सोनी उम्र 30 वर्ष निवासी तेलई कछार केनापारा अपने अन्य साथियों के साथ रोज की भांति कोयला खनन कर चोरी करने घुसा था बंद खदान ओ सी एम 3/4 खदान में सुरंग बनाकर कोयला निकालने घुसा था इसी दौरान चट्टान एवं मिट्टी भर भरा कर उसके ऊपर गिर गई और वह सुरंग में हमेशा के लिए दब गया। उसके साथ गए उसके साथी भाग खड़े हुए और उसके परिजनों को बताएं जिसकी जानकारी परिजनों ने विश्रामपुर पुलिस को दी। विश्रामपुर थाना प्रभारी के अलरिक लकड़ा, सहायक उप निरीक्षक एस आर भगत ,प्रदान आरक्षक इंद्रजीत सिंह,अविनाश सिंह ,आरक्षक अजय प्रताप राव थाना स्टाफ के साथ मौके पर डटे हुए है और रेस्क्यू टीम जिला सूरजपुर एवं खान बचाव केंद्र विश्रामपुर की रेस्क्यू टीम रेस्क्यू करने में जुटी हुई है लगी परंतु दो दिनों के बाद भी सफलता हाथ नहीं लगी है ।युवक लंबी गहराई के अंदर दबा हुआ जहां जाने मे रेस्क्यू टीम का पशिना निकल रहा है।गया है तो दूसरी तरफ़ बारिश ने भी अपना रौद्र रूप दिखा दिया है जिससे रेस्क्यू कार्य रोक दिया गया ।महाप्रबंधक (खनन) संजय सिंह भी मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू टीम का दिशा निर्देश दे रहे है।बंद खदानों की मोहडा मुहाना की कंक्रीट एवम चार दिवारी तोड़कर ग्रामीण निकलते हैं कोयला बताया जाता है कि एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र कोयला उत्खनन कर बंद खदानोंका मुहाना कंक्रीट से जाम कर दिया है, यही नहीं खदान क्षेत्र की चारों तरफ पत्थर एवं कंक्रीट की दीवार खड़ी कर दी है और जगह-जगह प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया है परंतु आसपास के दर्जनों गांव के ग्रामीण कंक्रीट की दीवार तोड़कर एवं बंद मुहाने का भी दीवाल तोड़कर अपना जान हथेली पर रखकर खदान के अंदर प्रवेश कर कोयला का उत्खनन करते हैं जिस कारण से आए दिन ऐसी दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है यही नही अवैध कोयला उत्खनन के दौरान चट्टान एवं मिट्टी गिरने से दर्जन भर ग्रामीणों की अब तक जान जा चुकी है परंतु ग्रामीण अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे हैं। एसईसीएल ने बंद खदानों की चारों तरफ 4 फीट की चारदीवारी खड़ी कर रखी है एवं मुहाने को बंद कर दिया है इसके बाद भी ग्रामीण आए दिन कोयला उत्खनन करने इन जानलेवा खदानों में प्रवेश कर कोयला उत्खनन करते हैं एवं आसपास के ईंट भट्टों एवं लड्डू फैक्ट्री में बेचने जाते हैं बाहरहाल आज दूसरे दिन भी खदान के अंदर दबे युवक को निकाला नहीं जा सकता या यू कहे की बारिश की वजह से रेस्क्यू का काम बंद कर दिया गया है ।रेस्क्यू कर्मचारीयो का कहना है कि खदान के अंदर छत बुरी तरह से जर्जर।

हो चुका है ऐसी स्थिति में रेस्क्यू करना खतरे से खाली नहीं है उधर खदान के अंदर फंसे युवक की बचने की संभावना लगभग काम बताई जा रही है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

Back to top button
error: Content is protected !!