प्री-मैट्रिक आदिवासी छात्रावास में घुसा पानी,सीएम से शिकायत

सूरजपुर। जिला मुख्यालय सूरजपुर स्थित प्री-मैट्रिक
आदिवासी बालक छात्रावास की हालत दिनों-दिन बदतर होती जा रही है। स्थिति ऐसी है कि बारिश के चलते पूरा छात्रावास परिसर तालाब में तब्दील हो चुका है। यहां रह रहे बच्चों की परेशानी बढ़ गई है। शुक्रवार को समाजसेवी सीताराम भास्कर जब भैयाथान क्षेत्र से एक आदिवासी छात्र अमित पैकरा (पिता पवन साय पैकरा) को छात्रावास में छोड़ने पहुंचे तो उन्होंने परिसर की बदहाल स्थिति देख हैरानी जताई। चारों तरफ जलभराव, जर्जर भवन और रहने योग्य नहीं बचा वातावरण देख उन्होंने तत्काल सूचना पटल में दर्ज अधिकारियों को कॉल किया, लेकिन किसी से संपर्क नहीं हो पाया। इसके बाद उन्होंने अपने लेटर पैड में मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखा और सीधे कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर सूरजपुर कलेक्टर एस जयवर्धन को मामले से अवगत कराया। उन्होंने छात्रों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने व तत्काल समस्या के निराकरण की मांग की। कलेक्टर ने उन्हें भरोसा दिलाया कि जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी। भास्कर ने बताया कि प्री-मैट्रिक आदिवासी छात्रावास परिसर में इस तरह बारिश का पानी भरा है। छात्रावास भवन को बने हुए 50 साल से अधिक हो चुके हैं और अब यह पूरी तरह जर्जर हो चुका है। किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।उन्होंने मुख्यमंत्री से नए भवन की स्वीकृति की मांग की है, ताकि बच्चों को सुरक्षित वातावरण मिल सके और वे अच्छे से पढ़ाई कर सकें। समाजसेवी भास्कर ने जनप्रतिनिधियों पर कटाक्ष कर कहा कि वे शाला प्रवेश उत्सव के नाम पर स्कूलों में मालाएं पहनकर वाहवाही लूट रहे हैं, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और है। उन्होंने कहा कि जब तक समस्या का स्थायी समाधान नहीं होता, तब तक वे संघर्ष जारी रखेंगे।

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