प्रेमनगर जनपद का मामला रीपा के कार्य में गड़बड़ी की शिकायत, जांच टीम गठित

सूरजपुर कौशलेन्द्र यादव । विवादों में रहने वाला प्रेमनगर जनपद पंचायत इन दिनों फिर सुर्खियों में है। यहां पदस्थ जनपद सीईओ और मनरेगा कार्य₹म आधिकारी पर स्थानीय ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट रीपा में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है। साथ ही जिला पंचायत सहित पंचायत विभाग के अपर सचिव को लिखित शिकायत देकर कार्यवाही की मांग है। इस पर जिला पंचायत सीईओ ने जांच टीम का गठन कर 5 दिवस के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। लिखित शिकायत में आरोप लगाया गया है कि विकासखंड प्रेमनगर के ग्राम पंचायत वृन्दावन के गोठान परिसर का महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क बनाए जाने हेतु चयन किया गया था। ग्राम को शासन से 52 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई थी। शासन की ओर से राशि जनपद पंचायत प्रेमनगर को जारी की गई थी। साथ ही निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत को बनाया गया लेकिन प्रेमनगर जनपद पंचायत के प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी निलेश सोनी द्वारा ग्राम पंचायत से बाहर के व्यक्ति से कमीशन लेकर कार्य दे दिया गया था, इसका विरोध ग्राम पंचायत द्वारा किया गया था। जनपद द्वारा प्रथम किश्त 40 प्रतिशत अग्रिम राशि ग्राम पंचायत को दी गई थी। लेकिन सरपंच सचिव पर दबाव बना कर चेक के माध्यम से भुगतान सीईओ के चेहेते ठेकेदार को करा दिया गया, जबकि कार्य अधूरा था और ग्राम पंचायत के सचिव हड़ताल में थे। इस दौरान प्रेमनगर जनपद सीईओ निलेश सोनी द्वारा पंचायत के सचिव पर निलम्बन, सर्विस बुक खराब करने सहित अन्य तरह के दबाव बनाकर 15 लाख का एक चेक सम्बन्धित ठेकेदार के नाम से कटवा दिया गया। कार्य अधूरा होने व तकनीकी विशेषज्ञ द्वारा मूल्यांकन नहीं किए जाने के बावजूद भुगतान करा दिया गया है। इस कार्य में जनपद सीईओ व मनरेगा पीईओ की भूमिका संदिग्ध है। शिकायतकर्ता ने पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है। वहीं जिला पंचायत सीईओ ने इस मामले में 5 सदस्यीय जांच टीम गठित कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

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