अंधाधुंध कटाई के विरोध के बीच, भालुओं के शावक दल से बिछड़े,, तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल, सफेद भालू आया नज़र

सरगुजा में हसदेव अरण्य को बचाने के लिए इस समय बड़ी मुहिम चल रही है,क्योंकि कोयला खनन के लिए जंगल से पेड़ काटे जा रहे है,जहां ग्रामीणों का कहना है की लगभग५० हजार पेड़ काटे जा चुके है,जिसे लेकर कांग्रेस गोंडवाना समेत अन्य क्षेत्रीय दल कड़ा विरोध कर रहे हैं,और पेड़ों की कटाई रोकने और नए खदान खोलने पर रोक लगाने की मांग सरकार से कर रहे है,जहां कटते जंगल के बीच सोशल मीडिया में कई मार्मिक तस्वीरे भी सामने आ रही है,जहां जंगल कटने से भालुओं के बच्चे अपनी मां से बिछड़ गए है, इन बच्चों में एक दुर्लब प्रजाती का शावक भी है जो बिल्कुल सफेद कलर का है,और बहोत कम ही देखने को मिलता है,,वन परिक्षेत्र में हो रही अंधाधुंध कटाई के कारण जंगल के वन प्राणियों की संख्या घटती जा रही है,इसी प्रकार इछावर रेंज के २४४७४.२८४ हेक्टेयर जंगल में एक समय शेर, तेंदुआ, हिरण, संभार आदि वन्य प्राणी थे लेकिन धीरे-धीरे इनकी संख्या कम होती चली गई और कुछ जंगली जानवर तो पूरी तरह से खत्म ही हो गए जो जंगलों में बचे हैं उनका भी चोरी छुपे शिकार हो रहा है,वहीं अब तेजी से कटते जंगल की वजह से जानवर भटककर रिहायशी क्षेत्र में पहुंच रहे!
या जानवरों के छोटे बच्चे अपने मां से बिछड़ जा रहे, जिससे इन बिछड़े हुए जानवर के बच्चों को बचाना व उनके दल से मिलाना वन विभाग के लिए बड़ी चुनौती होगी!