14 सूत्रीय मांगों को लेकर एवीबीपी ने सहायक आयुक्त वं जिला शिक्षा अधिकारी को सौपा ज्ञापन

शिक्षा विभाग के खिलाफ एवीबीपी ने किया प्रदर्शन, उग्र हुए प्रदर्शनकारी

सूरजपुर लेकर आज यहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रदर्शन किया इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट गेट को तोड़ दिया। हालांकि बाद में एसडीएम की समझाईश ओर फटकार के बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए और अपनी 14 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौपा है। प्रदर्शनकारी जिला शिक्षा अधिकारी को मौके पर बुलाने पर अड़े हुए थे और इसी को लेकर मामला तोड़फोड़ तक जा पहुँचा। बहरहाल,इन दिनों शिक्षा विभाग सुर्खियों में है। तीन दिन पहले एक निजी स्कूल की शिक्षिका ने एक बच्चे को पेड़ पर लटका दिया तो दूसरे दिन एक शिक्षिका ने बच्चों का बस्ता खेत मे फिकवा कर दादागिरी दिखाई। इन्ही मसलो को लेकर आज विद्यार्थी परिषद ने प्रदर्शन किया।विद्यार्थी परिषद ने ज्ञापन में कहा है कि रामानुजनगर विकासखण्ड के नारायणपुर स्कूल में शिक्षिका द्वारा मासूम बच्चे को सजा के नाम पर पेड़ पर लटकाने का मामला सामने आया है जो मानवता को शर्मसार कर रहा है, यह विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही को दशार्ता है। प्रतापपुर विकासखण्ड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रामकोला में अध्यनरत सभी विद्रद्यार्थियों को बोर्ड की परीक्षा देने 20 किलोमीटर दूर आना पड़ता है चूंकि यह क्षेत्र हाथी प्रभावित है और विद्यार्थियों का बस सुविधा नहीं होने के कारण पेपर देने से वंचित रह जाते हैं। विद्याथीओं की सुविधा को देखते हुए विद्यालय में परीक्षा केन्द्र की व्यवस्था की जाए। शासकीय उ.मा.वि. मजीरा में अंग्रेजी की, गेट में तोड़फोड़, 14 सूत्रीय मांगों का सौपा ज्ञापन,शिक्षिका द्वारा 11 वीं के विद्यार्थी का बस्ता खेत में फेंकने का विषय सामने आया है जो कि विद्या की देवी का अपमान है ऐसे शिक्षक को तत्काल निलंबित कर एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्यवाही की मांग की है। प्रतापपुर विकासखण्ड के ग्राम बैंकोना में निजी विद्यालय प्रयास पब्लिक स्कूल संचालित किया जा रहा है जहां पूर्ण रूप से भवन का अभाव है यहां केजी वन से 8 वीं तक की कक्षाएं मात्र 4 क्लास रूम में संचालित होती हैं एक एक रूम में 50 से 60 विद्यार्थोिं को बैठाया जाता है। विद्यालय में केवल 5 शिक्षक ही हैं जो कि योग्य नहीं है क्योंकि कि इनके पास न डीएड, और ना ही बीएड़ की कोई डिग्री है विद्यालय,नान्यता रह वं की जा रही जांच,जिला शिक्षा अधिकारी अजय मिश्र ने बताया कि नारायणपुर हंस वाहिनी विद्यालय की मान्यता रद्द कर दी गई है जबकि मजीरा स्कूल में बस्ता मामले की शिकायत पर जांच की जा रही है। विद्यार्थी परिषद के आंदोलन मामले में उन्होंने कहा कि पूर्व से कोई सूचना नहीं दी गई थी। अचानक इस तरह का आंदोलन समझ से परे है। आंदोलनकारियो को बैठ कर बात करनी चाहिए था।में खेल मैदान का अभाव है। ऐसे जिले भर में कई संस्थान है जहां खेल मैदान का अभाव, अयोग्य,शिक्षक,के तहत प्रवेश होने पर भी विद्यार्थी से पैसा वसूलना आदि मामले हैं जिले भर के सभी प्राइवेट स्कूलों का जांच हो ऐसे विद्यालयों की मान्यता रद्द हो। ओड़गी के शासकीय प्री और पोस्ट मैट्रिक बालक छात्रावास में मण्डल संयोजक की लापरवाही और छात्रावास अधीकक्षक जैल सिंह तथा रसोइयों द्वारा लापरवाही और अव्यस्था की घटना सामने आ रही है, खाना बनाने हेतु 10 रसोईया तो रखे गये हैं लेकिन विद्यार्थोिं से खाना बनवाया जाता है,। जिसकी सूचना भैयाथान विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी अभाविप ने किया था और हटाने का मांग किया था परन्तु छात्रावास अधीकक्षक के ऊपर उचित कार्यवाही करने के विद्यार्थी, मान्यता बहाल करने की मांग,इधर कांग्रेस नेत्री शशि सिंह ने नारायणपुर स्कूल की मान्यता बहाल करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि वहाँ पढ़ रहे बच्चों के भविष्य का सवाल है। बच्चों की तो कोई गलती है नहीं इसलिए इस पर विचार किया जाना चाहिये। उन्होंने डीईओ को इस बाबत ज्ञापन दिया है।

परिषद द्वारा कई बार ज्ञापन दिया, लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई हैं। परिषद ने अन्य बिंदुओं की ओर ध्यानाकर्षित करते हुए जांच वं कार्रवाई की मांग की है। आंदोलन को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल

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