सड़क पर आया जंगली हाथियों का झुंड देखें वीडियो

 

द फाँलो न्यूज

गन्ने की फसल भी नष्ट होने की चिंता जाहिर कर रहे हैं किसान बड़ी संख्या में होती है गन्ने का खेती..!

सूरजपुर – प्रतापपुर हाथियों के सड़क में आ जाने के कारण जहां दोनों ओर वाहनों की कतारें लग सोशल मीडिया पर भी जमकर सड़क पर में हाथियों की लगातार आमद के साथ धान संभावनाएं बढ़ गई है। बीते महीनों को देखें गई। वहीं लोगों ने हाथियों के झुण्ड की खड़ी फसलों को लेकर वीडिया भी बनाई और सेल्फी भी ली। किसान चिंतित विचारण कर रहे हाथियों के वीडियो पोस्ट उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र में गन्ने की फसल बहुतायत में होती है और हाथियों को किये गये। यह मामला गुरूवार की शाम का गन्ना काफी प्रिय है। वर्तमान समय में गन्ने है। जब प्रतापपुर से महज चार किमी दूर के साथ-साथ धान की भी फसलें खड़ी हैं गणेशपुर गुड़गवां के पास चार हाथियों का और हाथियों के झुण्ड की आवाजाही से लिए अपनी फसलों व कच्चे मकानों को दल अचानक सड़क पर आ गया। जंगली किसानों को अपनी फसलों की चिंता भी हो हाथियों के सड़क पर आने से अफरा-तफरी गई है। किसानों का कहना है कि हाथियों से भी मच गई और आने-जाने वाली वाहनों में होने वाले नुकसान के एवज में वन विभाग ब्रेक लग गये। उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र के द्वारा दिया जाने वाला मुआवजा भी ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। सरकार और प्रशासन को इस मामले में स्थायी समाधान व गन्ने की फसल भी नष्ट होने की निकालने की पहल करनी चाहिए। तो इस क्षेत्र में लगातार हाथियों का उत्पात अपनी जान गंवाई हैं और किसानों की खड़ी आ जाने से विशेषकर दो पहिया वाहन बना रहा है और आलम यह रहा है कि फसलों को गज आतंक ने रौंदकर उत्पात भी चालक ज्यादा दहशत में हैं। हाथियों के मार्ग प्रतापपुर नगर में हाथी विचरण करने पहुंच मचाया है। हालांकि बीते समय में हाथियों में आ जाने की सूचना पर वन विभाग के गये थे। इंसान और हाथियों के बीच लंबे की भी मौत हुई है और वन विभाग भी समय से संघर्ष का सिलसिला भी लगातार लगातार लोगों से सतर्क रहने की अपील उन्होंने सावधान व जागरूक रहने की भी जारी है। बड़ी तादाद में इस क्षेत्र में लोगों ने करता रहा है। स्टेट हाईवे पर हाथियों के अपील की है।निकल आने से लंबे समय तक यातायात बाधित रहा है और वाहनों की रफ्तार थम गई। जंगलों से निकलकर सड़क पर आये हाथियों को देखने के लिए भी लोग उत्सुक थे, पर डर के मारे अपने वाहनों में ही बैठे रहे। ग्रामीणों की माने तो ये हाथी बगड़ा, सिंघरा व भरदा से निकलकर आये हैं और संभवतः करसी व मसगा या फिर बलरामपुर की ओर रवाना हो गये हैं। आये दिन हाथियों की आमदरफ्त से क्षेत्र के लोग परेशान भी हैं। पूरा का पूरा क्षेत्र हाथियों से प्रभावित होने के साथ-साथ लोगों के बचाना भी बड़ा मामला हो गया है।

हाथियों की दहशत के कारण इन गांवों में लोगों ने रात को निकलना बंद कर दिया हैं और जंगली हाथियों के उग्रपन के कारण स्थानीय लोग हाथियों को देखकर अपने घरों में दुबक जाते हैं।

बहरहाल फिर एक बार हाथियों की आमद और अचानक सड़क पर अधिकारी-कर्मचारी भी वहां पहुंचे हैं और।

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