इलाके में बाघ व ग्रामीणों के बीच जैसे लुका छिपी का खेल चल रहा है।शनिवार को बाघ ग्राम पेंडारी पहुँच

रमेश गुप्ता

चांदनी बिहारपुर। इलाके में बाघ व ग्रामीणों के बीच जैसे लुका छिपी का खेल चल रहा है।शनिवार को बाघ ग्राम पेंडारी पहुँच गया जिससे समूचे गांव में दहशत की स्थिति निर्मित है।ग्रामीणों ने पहले तो वन ,पुलिस कर्मियों की मदद से खदेड़ दिया लेकिन अभी घण्टे भर भी नही बिता था कि बाघ फिर से पंडो बस्ती में पहुँच गया और बताया जा रहा है कि बाघ रहर बाडी में छिप गया है जिससे गांव के लोग सहमे हुए है।पिछले दो दिनों से चांदनी इलाके में बाघ का आतंक बना हुआ है। शुक्रवार को सुबह पहले ग्राम खोहिर में बाघ देखा गया इस दौरान रामगढ़ से आ रही दो महिलाएं बाल बाल बच गई ,इधर शाम होते होते बाघ ग्राम कोलुहा पहुँच गया।जिसे देर रात ग्रामीणों के हुजूम ने जंगल की ओर खदेड़ा।तब कहीं जाकर राहत की सांस ली।पिछले एक पखवाड़े से इलाके में बाघ की आमद रफत बनी हुई है। हालांकि बाघ ने अब तक कोई बड़ी जन हानि तो नही की है पर जिस ढंग से रिहायशी बस्ती में आमद रफत हो रही है उससे बड़े ख़तरे की आशंका बनी हुई है।इससे ग्रामीण बेहद डरे हुए है। लूलह,बैजनपाठ, खोहिर, महुली, कोल्हुआ में बाघ की हलचल बनी हुई है। कई ग्रामीणों से बाघ से आमना सामना भी हुआ ग्रामीण इकट्ठा होकर बाघ खदेड़ा गया।इधर सूत्र बताते है कि,वन्यजीवों का शिकार करने वाले शिकारी सक्रिय हो गए है बाघ की स्वछंद विचरण से शिकारी उसके पीछे पड़ गए है जो इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में वन्यजीव का शिकार उसके खाल नाखून की तस्करी की जाती रही। कुछ माह पहले इसी क्षेत्र से तेंदुआ के साथ बाघ की खाल बरामद हुई थी कुछ लोग पर कार्यवाही हुई है जबकि शिकार करने वाला मुख्य आरोपी अभी भी फरार है। वनपरिक्षेत्राधिकारी ने मेवालाल पटेल ने बताया कि क्षेत्र में दो बाघ सीमावर्ती क्षेत्र मध्यप्रदेश से आये है इनके विचरण से लगता है कि गर्भवती होगी या उम्रदराज होंगे जो खाने की तलाश में गांव की ओर रुख कर रहे है।

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