सूरजपूर:पैनी नजर तेंदुए की खाल सहित 3 हुए गिरफ्तार।

सूरजपुर जिले में वन विभाग के दूरस्थ क्षेत्र ओड़गी में लगातार तेंदुए की धमक की खबरें आ रही थी,अचानक से क्षेत्र में हो रहे मवेशियों का शिकार रुक सा गया। जिससे साफ पता चलता है कि तस्करों की पैनी नजर तेंदुए पर पड़ चुकी होगी। अब खबर निकल कर सामने आ रही है कि वाइल्डलाइफ क्राईम कंट्रोल ब्यूरो जबलपुर को कुछ दिन पूर्व सूचना प्राप्त हुई थी कि कुछ व्यक्तियों द्वारा भैयाथान के समीप वन्य प्राणी तेंदुआ के का खाल का व्यापार किया जा रहा है। 11 जून को मुखबिर के सूचना के आधार पर सूरजपुर वन मंडल के मुखिया द्वारा उड़नदस्ता दल एवं वन अमले की टीम गठित कर भैयाथान की ओर तस्करों को पकड़ने रवाना किया गया रात्रि लगभग 11:00 बजे भैयाथान बीट के ओड़गी की मार्ग पर कक्ष क्रमांक पी 1605 छोटा महुआ के पास टीम के द्वारा दबिश देकर 2 नग मोटरसाइकिल वाहनों में सवार आरोपियों बलराम सिंह पिता लालमन सिंह जाति गोंड उम्र 40 वर्ष ग्राम लोलकी थाना सोनहत जिला कोरिया मोहे लाल पिता कैलाश सिंह जाति गोण उम्र 36 वर्ष ग्राम जमगहना थाना पटना जिला कोरिया ,गोमती सिंह पिता हीरा सिंह उम्र 28 वर्ष थाना बिहारपुर जिला सूरजपुर को गिरफ्तार कर उनके पास से वन्य प्राणी तेंदुआ का खाल एक नग बरामद किया गया है। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 छत्तीसगढ़ वनोपज व्यापार विनियमन अधिनियम 1969 एवं भारतीय वन अधिनियम 1927 के तहत कार्रवाई करते हुए आरोपियों को दिनांक 12 जून को सूरजपुर जेल भेज दिया गया है।
कार्रवाई के बाद अब क्या यह सवाल नहीं उठता की सूरजपुर के जंगलों से पूरी तरह लुप्त वन्य प्राणी तेंदुआ का शिकार सुरक्षा का दावा कर रही वन विभाग के सुरक्षा अधिकारियों के नाक के नीचे आखिर कैसे हो गई। क्या इस तेंदुए का शिकार ओड़गी क्षेत्र में हुआ, या फिर कहीं और से..!