सूरजपूर:!एसईसीएल द्वारा ग्राम जोबगा में ट्यूबवेल लगाने के बाद भी ग्रामीण केतकी खदान में ताला जड़े रखा है

सूरजपूर:!बिश्रामपुर- एसईसीएल द्वारा ग्राम जोबगा में ट्यूबवेल लगाने के बाद भी ग्रामीण केतकी खदान में ताला जड़े रखा है जिससे अब प्रबंधन भी सख्त रुख अपनाने मजबूर हो रहा है।
जानकारी के अनुसार एसईसीएल विश्रामपुर के भूमिगत केतकी खदान में पिछले 31 मई से ग्राम जोबगा के ग्रामीणों ने सरपंच पति एवं भाजपा नेता संत सिंह के अगवाई में नौकरी एवं मुआवजा को लेकर ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन कर रहा है ।इस दौरान प्रबंधन एवं ग्रामीणों के बीच 4 बार कई बिंदुओं पर चर्चा कर खदान खोलने के लिए रास्ता ढूंढा गया परंतु ग्रामीणों द्वारा कोई सार्थक पहल या सही नेतृत्व करने वाला नहीं है। ग्रामीण केवल रटे हटाया एक ही बात पर अड़े है कि हमें नौकरी दी जाए परंतु ओबी एवं कोयला उत्खनन कार्य में लगी एस एम एस कंपनी ग्रामीणों के आंदोलन करने से पूर्व ही 10 ग्रामीणों को नौकरी दे चुकी है तथा ग्रामीणों को यह बार-बार आश्वासन दिया जा रहा है कि खदान में तालाबंदी करने से कोई रास्ता नहीं निकलेगा । हम सब मिलकर खदान को चलने दे ,जिससे क्षेत्र का समग्र विकास होगा ।ग्रामीणों की मांग से पूर्व जब हमने 10 लोगों की नौकरी दी है तो अन्य पर भी विचार किया जा सकता है ।ग्रामीणों की मांग पर प्रबंधन ने 2 दिन पूर्व जोबगा ग्राम के हरकटा डांड मे ट्यूबवेल लगा कर पानी उपलब्ध करा दिया है जिसका ग्रामीण उपयोग करने लगे हैं। गांव के ग्रामीण प्रबंधन के साथ खड़ा होता दिख रहा है! सभी खदान को खोलना चाह रहे हैं परंतु जिला प्रशासन को चाहिए कि वे एसईसीएल व ग्रामीणों के मध्य आपसी सहमति एवं सार्थक पहल कर खदान को यथाशीघ्र चालू करने हेतु पहल!

करें 5 दिनों से केतकी खदान में तालाबंदी से एसईसीएल कंपनी एवं राज्य के राजस्व का करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। बाहर हाल आज पांचवे दिन भी ग्रामीणों ने खतरनाक ताला जड़े रखा!

Back to top button
error: Content is protected !!