कुदरगढ़ी मैया के धाम में तत्पर समाजसेवी संस्थान द्वारा बजरङ्ग भोज’

सुरजपुर: प्रकृति संरक्षण के लिए कार्य कर रही संस्था तत्पर द्वारा सरगुजा,छत्तीसगढ के माता कुदरगढ़ी के पवित्र धाम में वहाँ के वनों में निवासरत वानरराजों के प्रत्येक सप्ताह बजरङ्ग भण्डारा काआयोजन किया जा रहा है।जनप्रतिनिधियों,समाजसेवियों से सहयोगबल प्राप्त इस अभियान को तत्पर के भोले महाराज आलोक उपाध्याय के मार्गदर्शन में सुचारू रूप से सम्पादित किया जा रहा है।इस बजरङ्ग भण्डारा’ में वानरराजों को केला,सेब,खीरा,चनादि भोज दिया जाता है,जिसे वे सामूहिक रूप से श्रद्धाभाव से ग्रहण करते हैं। यह दृश्य दर्शनीय होता है।

वन्य प्राणियों के समक्ष आहार सङ्कट एक गम्भीर चुनौती है। तीव्र घटते वन और वन सम्पदाओं ने उनके अस्त्तित्व के लिए भयावह स्थिति उत्पन्न कर दी है । विकास के पश्चिम प्रेरित माडल ने प्रकृति के साथ इतने गम्भीर अत्याचार कर दिये हैं कि मानव अस्तित्व भी अपनी सुरक्षा के लिए जूझ रही है पर तथाकथित विकास के नाम पर प्रकृति के साथ क्रूर व्यवहार भी कर रही है |

इस अत्याचार के प्रथम शिकार वन्य जीव हैं,जिन्हें आहाराभाव में अपने प्रिय वनों को छोड़कर मनुष्य निवास क्षेत्र में आगमन विवशता है ।

इन्हीं चिन्ताओं के परिदृश्य में तत्पर सक्रिय है। संस्था द्वारा इस वर्ष माता कुदरगढ़ी के पवित्र धाम में पाँच सौ केला के पौधा रोपण कार्य किया गया, जिससे आगामी वर्षों में जब वे तैयार हो जायें तो वन्य प्राणियों को कुछ आहार उपलब्ध हो सके | आनेवाली वर्षा ऋतु एक हजार एक सौ वृक्षारोपण की योजना है ।

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