नौकरी और बिना सूचना के माइंस में हो रही खुदाई मचा बवाल
विरोध पर प्रबंधन की त्रिपुरा राईफल्स के जवानों के द्वारा की गई मारपीट

सूरजपुर। जिले के एसईसीएल विश्रामपुर की आमगांव खुली खदान में बिना सूचना के की जा रही खुदाई को लेकर ग्रामीणों के विरोध पर प्रबंधन की त्रिपुरा राईफल्स के जवानों के द्वारा की गई मारपीट से बवाल मच गया और लामबंद हुए ग्रामीणों ने एसईसीएल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उल्लेखनीय है कि आमगांव माइंस क्षेत्र में भूमि अधग्रिहण कार्य के उपरांत पटना ग्राम पंचायत के लोगों के नौकरी का मामला एसईसीएल प्रबंधन में अटका हुआ है। इस मामले को लेकर हालांकि मुआवजा ग्रामीणों को मिल चुका है और कुछ स्थानों पर खुदाई की सहमति बनने के बाद कार्य प्रारंभ हुआ था। शनिवार को निविदाकार कंपनी आशीर्वाद रियल स्टेट एण्ड ट्रांसपोर्ट प्राईवेट लिमिटेड के द्वारा मशीने लगाकर अन्यत्र जगह पर खुदाई का कार्य प्रारंभ किया गया और इसकी सूचना लगते ही ग्रामीण विरोध करने पहुंच गए। पहले बातचीत और फिर उग्र व तनावपूर्ण स्थिति हो जाने के बीच माइंस की सुरक्षा में लगे त्रिपुरा रायफल के जवानों ने महिलाओं और ग्रामीणों पर लाठी बरसाना शुरू कर दिया और दौड़ाकर पीटने लगे, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वारयल हो रहा है। पुलिस के संज्ञान में आने के बाद रामानुजनगर थाना प्रभारी आलरिक लकड़ा भी दल-बल के साथ घटना स्थल पहुंचे और ग्रामीणों को सनझाईश दो। ग्रामीणों के विरोध और विवाद को देखते हुए खदान का काम बंद करा दिया गया है, कन्तुि एसईसीएल प्रबंधन व त्रिपुरा राईफल्स को लेकर ग्रामीणों के बीच बेहद आक्रोश की स्थिति समाचार लिखने तक बनी हुई थी और दोनों पक्ष रामानुजनगर थाने पहुंचे हुए थे। उल्लेखनीय है कि पटना गांव के लोगों की भूमि आमगांव खदान के फेस-2 के कार्य में अधग्रिहित की गई है, जिसमें से अधिकांश लोगों की नौकरी का मामला अटका हुआ है और इसी बात को लेकर लगातार एसईसीएल प्रबंधन और ग्रामीणों के बीच कई बार विवाद की स्थिति भी निर्मित हो चुकी है और आलम यह है कि प्रबंधन की लापरवाही के कारण नौकरी से अब तक वंचित ग्रामीणों के विरोध के कारण आये दिन विवाद गहराता जा रहा है।
