संगठन सृजन अभियान के तहत पर्यवेक्षकों की प्रेस वार्ता,
जिलाध्यक्ष पद हेतु 10 दावेदारों ने किया दावा पेश"

सूरजपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (AICC) के संगठन सृजन अभियान के तहत जिले में नियुक्त पर्यवेक्षकों द्वारा आज प्रेस वार्ता आयोजित की गई। इस अवसर पर पर्यवेक्षकों ने अभियान के उद्देश्य, प्रक्रिया और दृष्टिकोण को विस्तार से साझा करते हुए बताया कि यह केवल नेतृत्व परिवर्तन का नहीं, बल्कि संगठन को सशक्त और जवाबदेह बनाने का राष्ट्रीय अभियान है।
पर्यवेक्षकों ने बताया कि संगठन सृजन अभियान,
कांग्रेस के अहमदाबाद अधिवेशन के निर्णयों के अनुरूप चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य जिला कांग्रेस समितियों (DCC) को मजबूत कर पार्टी को जनता से सीधा जोड़ना है। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया केवल औपचारिक नहीं, बल्कि विचार और संगठन दोनों स्तरों पर नव निर्माण की दिशा में उठाया गया ठोस कदम है। उन्होंने बताया कि पर्यवेक्षकों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे जिला स्तर पर पार्टी कार्यकर्ताओं, निर्वाचित प्रतिनिधियों, पूर्व पदाधिकारियों और सामाजिक प्रतिनिधियों से विचार-विमर्श कर सक्रिय, प्रतिबद्ध और जनप्रिय नेतृत्व की पहचान करें।
नेतृत्व चयन की प्रक्रिया जारी, 10 दावेदारों ने किया आवेदन
जिलाध्यक्ष पद के लिए आज कई वरिष्ठ कांग्रेसजनों ने अपनी दावेदारी प्रस्तुत की। इनमें शशि सिंह,नरेश राजवाड़े,संजय डोसी,रामकृष्ण ओझा,उषा सिंह, अनुपम फिलिफ़, मेहंदी यादव,मुकेश अग्रवाल,रामचंद्र यादव और भगवती राजवाड़े शामिल हैं। पर्यवेक्षकों ने बताया कि सभी दावेदारों से विचार-विमर्श कर उनकी संगठनात्मक भूमिका, जनसंपर्क, कार्यकर्ता जुड़ाव और पार्टी के प्रति समर्पण का मूल्यांकन किया जाएगा।
संगठन को मजबूत करने की दिशा में अहम कदम
प्रेस वार्ता में यह भी बताया गया कि जिला कांग्रेस समितियों का पुनर्गठन कर स्पष्ट जिम्मेदारी और जवाबदेही तय की जाएगी। इसके बाद ब्लॉक, मंडल और ग्राम स्तर तक संगठन को सक्रिय करने की प्रक्रिया शुरू होगी।
यह पूरा अभियान कांग्रेस की विचारधारा न्याय, समावेशन और धर्मनिरपेक्षता को संगठनात्मक रूप में स्थापित करेगा। पर्यवेक्षकों ने कहा कि यह केवल पदों का पुनर्वितरण नहीं बल्कि सत्ता का विकेंद्रीकरण और भागीदारी का विस्तार है,जिससे SC, ST, OBC, महिला और युवा वर्ग को नेतृत्व में अवसर मिल सके। पर्यवेक्षकों ने जिले के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें और ऐसे नेतृत्व का चयन करने में सहयोग दें।
