शारदीय नवरात्रि पर कुदरगढ़ी,में लाखों श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

शशि जायसवाल
सूरजपुर । शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के ओड़गी अंचल में स्थित जगतमाता कुदरगढ़ी धाम में भक्ति और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। देश के विभिन्न हिस्सों से आए लाखों श्रद्धालुओं ने मां के दरबार में दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। इसी बीच आज श्रद्धालु सुश्री संगीता रोहित ने विशेष दान स्वरूप लगभग 1.500 ग्राम का पीतल का छत्र सोना पालिश किया हुआ, लगभग 45 किलोग्राम वज़न का स्टील चादर से निर्मित विशाल दानपेटी और अखंड ज्योति प्रज्वलित करने हेतु दीप पात्र माता रानी को अर्पित किया।
आस्था का प्रतीक स्वर्णाभा छत्र और दानपेटी
पीतल से निर्मित यह स्वर्णाभा छत्र जब मां की प्रतिमा पर सजाया गया तो पूरा गर्भगृह आभामय हो उठा। श्रद्धालु भाव-विभोर होकर ‘जय माता दी’ के नारे लगाते रहे।विशाल दानपेटी की स्थापना से श्रद्धालुओं के दान का सुरक्षित उपयोग सुनिश्चित हो सकेगा। वहीं अखंड ज्योति हेतु दीप पात्र दान स्वरूप अर्पित किया गया, जो मां के धाम में निरंतर प्रज्वलित रहेगा और भक्तों की आस्था को प्रकाशित करता रहेगा। लाखों श्रद्धालुओं का जनसैलाब शारदीय नवरात्रि पर कुदरगढ़ी धाम में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा। सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया, जशपुर, अंबिकापुर समेत मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और झारखंड से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।कई श्रद्धालु गाड़ियों से तो कई मोटरसाइकिल से आए, वहीं हजारों भक्तों ने पैदल चलकर और मां की जयकारों के साथ हजारों सीढ़ियां चढ़कर दर्शन किए। मां के दरबार तक पहुंचने के दौरान पूरा वातावरण देवी भक्ति से गुंजायमान रहा।भक्ति और संस्कृति का संगम मंदिर परिसर में दिनभर भजन-कीर्तन, देवी स्तुति और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की गूंज रही। श्रद्धालु परिवार सहित मां की प्रतिमा के दर्शन कर प्रसाद चढ़ाते और आशीर्वाद लेते दिखे।मेला परिसर में पारंपरिक वस्तुएं, खिलौने, भक्ति सामग्री और स्थानीय व्यंजन श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बने।श्रद्धालुओं की श्रद्धा और कामना श्रद्धालुओं ने माता रानी के चरणों में चुनरी, नारियल, फूल और प्रसाद अर्पित किया। कई भक्तों ने कहा कि यहां आकर आत्मिक शांति और अपार ऊर्जा का अनुभव होता है। श्रद्धालुओं ने सुख-समृद्धि, संतान सुख, परिवार की खुशहाली और जीवन में मंगल की कामनाएं कीं। कुदरगढ़ी धाम का महत्व कुदरगढ़ी माता का धाम छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्यों में भी आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है। मान्यता है कि यहां नवरात्रि में मां के दर्शन करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।हर साल चैत्र और शारदीय नवरात्रि में लाखों श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं और मेला आयोजन होता है। दान बना चर्चा का विषय सुश्री संगीता रोहित द्वारा अर्पित यह दान पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। श्रद्धालुओं ने इसे “शारदीय नवरात्रि पर आस्था और भक्ति का अद्वितीय उदाहरण” बताया। मंदिर समिति ने भी इस दान के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि इसका उपयोग श्रद्धालुओं की सुविधा और मंदिर विकास में किया जाएगा। शारदीय नवरात्रि पर जगतमाता कुदरगढ़ी दरबार में आस्था का महादान सुश्री संगीता रोहित ने अर्पित किया स्वर्णाभा छत्र, विशाल दानपेटी और अखंड ज्योति हेतु दीप पात्र,लाखों श्रद्धालु बने साक्षी