कार्मल कान्वेंट स्कूल बिश्रामपुर में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन

सूरजपुर। छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर के दिशा-निर्देशन तथा माननीय श्रीमती विनीता वार्नर प्रधान जिला वं सत्र न्यायाधीश अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सूरजपुर के मार्गदर्शन में कार्मल कान्वेन्ट स्कुल विश्रामपुर में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव पायल टोपनों ने की। इस अवसर पर विद्यालय की प्रिंसीपल सिस्टर मेरीलिन एवं अन्य समस्त शिक्षकगण एवं सभी छात्र छात्रायें मौजूद थे। पायल टोपनो ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण और राज्य प्रशासन द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की। कार्मल कान्वेन्ट स्कूल विश्रामपुर में आयोजित कार्यक्रम में पायल टोपनो ने अपने संबोधन में विद्यालय में उपस्थित सभी छात्रों को जीवन में सही दिशा चुनने तथा एक जिम्मेदार नागरिक बनने के संबंध में प्रेरित किया। उन्होंने अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की जिनमें करियर गाइडेस, सवैधानिक अधिकार एवं सायबर काईम तथा वर्तमान में होने वाले अन्य अपराधों के संबंध में विस्तृत चर्चा करते हुये छात्रों को उनके अधिकारों के संबंध में जागरूक किया तथा इसके अतिरिक्त उन्होने बाल विवाह प्रतिरोध अधिनियम टोनही प्रताडना निवारण अधिनियम मोटर व्हीकल एक्ट और पॉक्सो एक्ट जैसे महत्वपूर्ण कानूनों के संबंध में भी विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने छात्रों को यह भी समझाया कि कानून केवल दंड का माध्यम बल्कि सामाजिक व्यवस्था बनाए रखने का एक सशक्त साधन है, जिससे समाज में कानूनी जागरुकता को बढ़ावा मिल सके। इस जागरूकता शिविर का मुख्य उद्देश्य छात्रों को समाज के विभिन्न वर्गों, विशेषकर कमजोर और पिछड़े समुदायों को उनके कानूनी अधिकारों और उपलब्ध तरकारी योजनाओं के बारे में जागरूक करना था। ताकि वे सशक्त होकर न्याय और अपने अधिकारों का लाभ उठा सकें। कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने अधिकारों से संबंधित कई सवाल भी पूछे जिनका उत्तर पायल टोपनो मैडम ने सहज और स्पष्ट दिया। अंत में विद्यालय की प्रिंसिपल सिस्टर मेरीलिन के द्वारा पायल टोपनो का आभार प्रकट किया गया।
यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिये न केवल शैक्षणिक रूप से बल्कि नैतिक वं सामाजिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुआ।