स्कूली बच्चों को साइबर अपराध के प्रति पुलिस ने किया जागरूक

बच्चों को साइबर अपराध की जानकारी देकर उनको बचाव के तरीके बताया।

सूरजपुर। साइबर अपराधों को रोकने व साइबर क्राइम के प्रति आमजन को सजग करने के लिए सूरजपुर पुलिस ने शुक्रवार, 29 अगस्त 2025 को स्थानीन साधुराम विद्या मंदिर स्कूल में साइबर कॉप जन जागरूकता अभियान के तहत बच्चों को साइबर अपराध की जानकारी देकर उनको बचाव के तरीके बताए गए। इस अवसर पर एसएसपी  प्रशांत कुमार ठाकुर ने स्कूली बच्चों से साइबर सुरक्षा एवं यातायात नियमों के पालन को लेकर कई ज्ञानवर्धक सवाल छात्रों से पूछे जिसका छात्रों ने शानदार जवाब दिए। यह आयोजन विद्यार्थियों को साइबर अपराध के प्रति जागरूक करने के उद्धेश्य से किया, ताकि वे किसी भी साइबर क्राइम का शिकार ना हो। एसएसपी सूरजपुर ने बताया कि साइबर अपराध कई प्रकार के होते हैं जिसमें हैकर्स धोखेबाज किस्म के अपराधी पीड़ितों की प्रतिष्ठा, वित्त, व्यवसाय आदि को प्रभावित करने वाले विभिन्न साधनों का उपयोग करते हैं। समय के साथ साइबर अपराधी साइबर क्राइम करने के तरीके बदल रहे हैं। उन्होंने बताया कि आपकी सहायता करने के लिए आपको यदि कोई बैंक, बिजली, नगर पालिका, टेलीफोन एक्सचेंज, आयकर या किसी भी विभाग का कर्मचारी बताकर आपसे कोई जानकारी मांगता है तो आप उसे अपनी कोई भी जानकारी ना दें। आयोजन में डीएसपी मुख्यालय महालक्ष्मी कुलदीप ने महिला सुरक्षा के लिए महिला रक्षा टीम के कार्यो, थाना प्रभारी सूरजपुर विमलेश दुबे, स्कूल के डायरेक्टर डॉ. राहुल अग्रवाल (टिंकू) ने स्कूली बच्चों को साइबर एवं यातायात सुरक्षा से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत कराया।साइबर ठग इंटरनेट मीडिया के जरिए भेजते हैं फ्रैंड रिक्वेस्ट। एसएसपी सूरजपुर ने बताया कि साइबर ठगों के निशाने पर हर वह आदमी है, जो किसी भी डिजिटल माध्यम से जुड़ा है फिर चाहे वह इंटरनेट मीडिया हो या फिर इंटरनेट बैंकिंग। बदलते वक्त के साथ साइबर ठगों ने अपने पैंतरे भी बदले हैं। साइबर ठग इंटरनेट मीडिया के जरिए लोगों के पास किसी एप्लीकेशन के माध्यम से फ्रैंड रिक्वेस्ट भेजते हैं। वह उनसे दोस्ती करके धीरे-धीरे उनके बारे में समस्त जानकारियां जुटा लेते हैं। उसके बाद शातिर उनको ठगी का शिकार बनाते हैं। वो उनकी निजी फोटो/बैंक खातों से संबंधी जानकारी भी एकत्रित कर लेते हैं और अपने जाल में फंसाकर उनके खाते में जमा पूंजी को खाली कर देते हैं। ऐसे में विद्यार्थियों एवं आमजन को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि वह अपने इंटरनेट मीडिया अकाउंट व बैंकिंग एप्स को सुरक्षित लॉक करके रखें तथा अपनी निजी जानकारी को किसी भी व्यक्ति से सांझा करने से बचें।एसएसपी ने छात्रों को साइबर सुरक्षा एवं सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूक करने और यातायात नियमों का पालन करने का महत्व समझाने के लिए उनसे साइबर व यातायात से जुड़े सवाल पूछे, जिससे छात्रों के बीच जागरूकता बढ़े और वे अपने परिवार व समाज में साइबर फ्राड और सड़क सुरक्षा का संदेश फैला सकें। कार्यक्रम में छात्रों ने भी अपने प्रश्न पूछे, जिनका डीआईजी व एसएसपी ने सरल भाषा में जवाब दिया और उन्हें सुरक्षा के महत्व को बताया। इस दौरान स्कूल के प्राचार्य प्रभाकर उपाध्याय, उप प्राचार्य दिन दयाल तिवारी काफी संख्या में स्कूली बच्चे एवं शिक्षकगण मौजूद रहे।

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