चार निजी स्कूल के प्राचार्यों को डीईओ ने भेजा नोटिस

सूरजपुर। जिला शिक्षा अधिकारी ने जिले के चार निजी स्कूल के प्राचार्यों को शिक्षा गारंटी योजना की राशि में गड़बड़ी के गंभीर आरोपों के तहत कारण बताओ नोटिस दिया है। मामले में मिली जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग को यह संदेह है कि कुछ निजी स्कूल के प्राचार्यों ने नोडल प्राचार्य का आईडी व पासवर्ड हैक करके राज्य शासन की शिक्षा गारंटी के प्रतिपूर्ति राशि के पोर्टल में अनाधिकृत रूप से लॉगिन कर पहले ही दावा राशि का सत्यापन कर दिया गया है। इस कृत्य को विभाग ने घोर अनुशासनहीनता व धोखाधड़ी की श्रेणी में माना है। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से जिन स्कूलों के प्राचार्यो को नोटिस थमाया गया है उनमें इंडियन पब्लिक हिंदी व अंग्रेजी माध्यम स्कूल मानी, गुरुकुल पब्लिक हिंदी व अंग्रेजी माध्यम स्कूल कुरुवां, ओमकार पब्लिक अंग्रेजी माध्यम स्कूल कोरेया, ज्ञानगंगा पब्लिक अंग्रेजी माध्यम स्कूल कुरुवां शामिल है। आरोप है कि उक्त संस्थाओं में 31 जुलाई 2025 को खुले पोर्टल में नोडल प्राचार्य की अनुमति या जानकारी के बिना दावा सत्यापन कर दिया गया है, जिससे राज्य सरकार के राजस्व और पारदर्शिता नीति को नुकसान पहुंचा है। ज्ञात हो कि शासन द्वारा निर्धन विद्यार्थियों की पढ़ाई में मदद के लिए निजी स्कूलों को छात्रवृत्ति व अन्य अनुदान की प्रतिपूर्ति दी जाती है। इसके लिए स्कूलों को ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन देना होता है, जिसका सत्यापन नोडल प्राचार्य के माध्यम से होता है। इस पूरे सिस्टम में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए एक निर्धारित प्रक्रिया है, जिसमें किसी और के लॉगिन आईडी, पासवर्ड से छेड़छाड़ करना साइबर क्राइम के दायरे में आता है। डीईओ द्वारा जारी नोटिस में उल्लेखित है कि यदि संबंधित स्कूल प्राचार्यों द्वारा कार्यालय में उपस्थित होकर स्पष्ट जवाब नहीं दिया जाता है, तो उनकी शिक्षा गारंटी योजना की प्रतिपूर्ति राशि की फाइलें उच्च कार्यालय को भेजी ही नहीं जाएंगी।

मतलब लाखों रुपए की सहायता राशि फंस सकती है। नाम न बताने की शर्त पर एक विभागीय वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यदि नोडल प्राचार्य के लॉगिन डिटेल्स का दुरुपयोग हुआ है, तो यह केवल अनुशासन का उल्लंघन नहीं, बल्कि साइबर अपराध भी है।

ऐसी स्थिति में एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।

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