दो वक्त की रोटी की तलाश में निकला था…नियमों की अनदेखी, जान की परवाह नहीं
क्या पता था कि अब कभी घर लौट ही नहीं....

द़ फाँलो न्यूज
पेड़ काट रहे बाहरी मजदूर के ऊपर गिरी टहनी, दर्दनाक मौत
बगैर सुरक्षा मानकों के हो रही अंधाधुंध कटाई
सूरजपुर। जिले के झिलमिली थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव में लगे निलगिरी की पेड़ काट रहे एक मजदूर के उपर अचानक टहनी टूटकर गिरने के कारण व गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल मजदूर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भैयाथान में दाखिल कराया गया। जहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया। एम्बुलेंस से चिकित्सालय आते समय रास्ते में ही मजदूर ने दम तोड़ दिया। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सूरजपुर जिले के भैयाथान क्षेत्र में बड़ी संख्या में दिगर प्रांत से पहुंचे लकड़ी तस्कर मजदूरों के साथ निलगिरी के पेड़ों की मशीन से कटाई कर रहे थे। इसी दौरान पेड़ की एक मोटी टहनी मजदूर मोहम्मद जुल्फेकार 35 वर्ष के छाती में धड़ाम में गिर गया। जिससे वह जमीन पर गिर अचेत हो गया। घटना के बाद उसके अन्य साथी आनन-फानन में मजदूर को भैयाथान चिकित्सालय लेकर पहुंचे। जहां से उसे जिला चिकित्सालय में रेफर कर राजस्व व वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी उदासीन दिया गया। इसी दौरान रास्ते में मजदूर की मौत हो गई। घटना की सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। गौरतलब है कि सूरजपुर जिले में पिछले लंबे समय से दिगर प्रांत उत्तर प्रदेश व बिहार से बड़ी संख्या में लकड़ी तस्करों का गिरोह जिला मुख्यालय सूरजपुर सहित आसपास के गांवों में किराए के मकानों में निवास कर रहा। तस्करों का यह गिरोह सुबह होते ही ग्रामीणों क्षेत्रों में ट्रैक्टर वाहनें लेकर निकलते हैं और ग्रामीणों से औने-पौने दामों पर खरीदी कर बगैर अनुमति निलगिरी सहित आम, सेमर, बबूल, नीम,बरगद सहित अन्य इमारती पेड़ों की अवैध कटाई कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि जिला प्रशासन व वन विभाग को इसकी भनक नहीं है, लेकिन कार्रवाई न होने से इन तस्करों के हौंसले बुलंद हैं। बार-बार प्रशासन को ध्यानाकर्षण कराने के बाद भी इस दिशा में कार्रवाई न होना कहीं न कहीं प्रशासनिक अमले की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान लगाते हैं। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि तथाकथित छुटभैये नेता भी इस लकड़ी तस्करी के गोरख धंधे में सक्रिय हैं और इन तस्करों को संरक्षण दे रहे हैं। बहरहाल लकड़ी तस्करी के इस खेल में एक मजदूर को जिले में लंबे समय से सक्रिय है लकड़ी तस्करों का गिरोह रेंजर ने अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ा निलगिरी की आड़ में सूरजपुर जिले में लगातार हो रहे इमारती पेड़ों की अवैध कटाई और जगह-जगह लकड़ी के अवैध भण्डारण को लेकर वनपरिक्षेत्राधिकारी उमेश वस्त्रकार से संपर्क कर भण्डारण संबंधी नियमों की जानकारी ली गई तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ लिया और कहा कि कार्यालयीन समय में इस आशय के नियम कानून देखकर बता पाउंगा।
सूरजपुर जिले के ऊंचडीह, परी, डुमरिया, पीढ़ा, पसला सहित अन्य स्थानों पर लकड़ी तस्कर अवैध गोदाम बनाकर रखें है। जहां जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में इमारती सवालों के घेरे में राजाय व वन विभाग के अधिकारी लकड़ियों की कटाई कर यहां लाते हैं और इक्ट्ठा करते हैं। ऐसे में राजस्व व वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के उपर सवाल खड़े हो रहे हैं कि इन अवैध ठिकानों में छापेमार कार्रवाई आखिर क्यों नहीं की जा रही है। लोगों की माने तो प्रशासन अगर यहां छापेमार कार्रवाई करे तो उसे निलगिरी के अलावा भी कई इमारती लकड़ियों से ढेर लगे मिल जाएंगे। वहीं दूसरी ओर पूर्व में जिला प्रशासन द्वारा निलगिरी के कटाई के पूर्व एसडीएम से अनुमति व पटवारी द्वारा भौतिक सत्यापन के निर्देश दिए गए थे, लेकिन इसका भी कड़ाई से पालन नहीं किया जा रहा है।अपनी जान गंवानी पड़ी है और आगे भी यह कारोबार निर्बाध रूप से जारी रहा तो अन्य बड़ी दुर्घटनाओं की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। नागरिकों ने जिला प्रशासन से इस दिशा में उचित कदम उठा कार्रवाई की मांग की है।