एसईसीएल प्रबंधन की लापरवाही धूल के गुब्बारों से राह गिरी प्रसान

छ.ग.

सूरजपुर – प्रतापपुर से अंबिकापुर जाने वाली सड़क कोयला खदान महान 3 जोकि मां महामाया शक्कर कारखाना के ठीक आगे में संचालित हो रहा है सैकड़ो की तादाद में कोयला लोड करने वाले ट्रक ट्रेलर वाहन सड़क किनारे खड़ी रहती है और निरंतर उसी रास्ते पर रोड में ज्यादा रहती है क्योंकि यह अंबिकापुर प्रतापपुर का सबसे व्यस्तम मार्ग है लगातार ट्रकों के आने-जाने से वहां धूल का गुब्बारा जैसा होकर बहुत दूर तक फैल जाता है जिससे दिन में अंधेरा छा जाता है और राहगीरों को पता नहीं चलता कि सामने से कौन सी गाड़ी आ रही कौन सी नहीं जिससे आए दिन दुर्घटना होती है धूल के वजह से लोगों के गम्भीर बीमारी का खतरा बना हुआ है आसपास में संचालित होटल भी धूलरहित हो जा रहे है जिसके कारण होटल का नाश्ता खाना खाकर लोगों की सेहत खराब हो रही है कई लोग अस्पतालों में भरती भी हो चुके हैं लेकिन क्या करते मजबूरी है खाने की कुछ उत्तम व्यवस्था ने होने के कारण दूर से आये हुए लोग मजबूरी में पेट भरने के चलते खाते है आस पास में नदी नाले के पानी मे भी इसका असर देखने को मिल जाता है धूल के गुब्बारों से खाश कर मोटरसाइकिल चालक को सबसे दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है नदी नालों का पानी पीकर जानवर भी बीमार हो जा रहे है इसमें एसईसीएल प्रबंधन की घोर लापरवाही से लोगो की जान माल का खतरा बना हुआ है कोयले की काली चादर की परत सब तरफ फैली हुई है अगर एसईसीएल प्रबंधन द्वारा कोई पहल नही की गई तो आगे और भयावह स्थिति उत्पन हो जाएगी

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