सूरजपुर में पदस्थ डॉ अनीश कुमार ने नगर के दो युवकों पर मारपीट करने एवं जातिसूचक गाली गलौज देने का आरोप लगाया है।

सूरजपुर-जिला चिकित्सालय सूरजपुर में पदस्थ डॉ अनीश कुमार ने नगर के दो युवकों पर मारपीट करने एवं जातिसूचक गाली गलौज देने का आरोप लगाया है। डॉक्टर अनीश कुमार का कहना है की मेरी आपातकालीन ड्यूटी दिनांक 08/ 03/ 2023 को दोपहर 2:00 बजे से रात्रि 8:00 बजे तक थी आपातकालीन ड्यूटी के दौरान लगभग शाम 4:00 बजे प्रदीप विश्वकर्मा नामक व्यक्ति जिसके साथ मारपीट हुई थी उसे अस्पताल में आपातकालीन कक्ष में लाया गया था जिसके उपरांत मेरे द्वारा उसका इलाज किया जा रहा था इसी दौरान आरोपी आपातकालीन कक्ष में आये एवं घायल व्यक्ति का इलाज अपने अनुसार कराने का दबाव डालने लगे मेरे द्वारा समझाइश देने पर आरोपियों के द्वारा मेरे साथ मारपीट की गई एवं जातिसूचक गाली गलौज दिया गया। इस घटना के विरोध में जिला चिकित्सालय के सारे स्टाफ कुछ देर के लिए संकेतिक प्रदर्शन कर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आर० एस० सिंह के समझाइश पर काली पट्टी बांधकर ड्यूटी में चले गए एवं सारे स्टाफ काली पट्टी बांधकर ड्यूटी में रहे।पुलिस द्वारा आरोपियों के विरुद्ध धारा 186,294,323,34353,506, एवं 3-1(RS) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। एसडीओपी प्रकाश सोनी ने कहा की टीम बनाकर आरोपियों की तलाश की जा रही है आरोपी जल्दी ही पकड़ लिए जाएंगे। लेकिन इन सब घटनाक्रम में पुलिस की भूमिका भी सवालों के घेरे में है ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों के सामने इस तरह की घटना हो जाती है और पुलिस हाथ में हाथ धरे तमाशबीन बने रहती है आरोपी बड़े आराम से घटना को अंजाम देकर पुलिस के सामने निकल जाते हैं।स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने भी चिकित्सक से मारपीट करने वालों की गिरफ्तारी की मांग की छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष इंद्रसेन विश्वकर्मा एवं संघ के तमाम पदाधिकारियों ने जिला चिकित्सक से मारपीट की घटना की कड़ी निन्दा की और कहा आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जिला चिकित्सालय के समस्त चिकित्सा अधिकारी और कर्मचारियों के दिए समय सीमा पर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत कार्यवाही न किए जाने पर छत्तीसगढ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला शाखा-सूरजपुर द्वारा कार्य बाधित कर विरोध प्रदर्शन किया जाऐगा।संघ के जिलाध्यक्ष इन्द्रसेन विश्वकर्मा ने इस मामले पर जिला कार्यकारिणी के प्रमुख पदाधिकारी आर पी राजवाड़े, सवीना मंसूरी,नरेंद्र ठाकुर, अयोध्या जायसवाल, विद्याचरण पटेल,राकेश जायसवाल, दिप्ती निशा, मुकेश राजवाड़े,मनीष शर्मा,संजय सिन्हा,परीक्षित श्रीवास्तव आदि के निर्णय से अवगत कराते हुए कहा है, कि विभिन्न कठिन परिस्थित में चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मचारी आम जन को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए अधिकतम प्रयास करते हैं,इसके बावजूद चिकित्सा कर्मियों के साथ ईस तरह का मारपीट और दुर्व्यवहार की घटना कर दिया जाता है।
संघ ने प्रशासन से इस घटना के आरोपियों पर समुचित कार्रवाई करते हुए जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में कर्मचारियों के सुरक्षा व्यवस्था करने की मांग की है।