जरही निवासी कपड़ा व्यवसायी,डुमरिया बांध में छलांग लगा आत्महत्या कर लिए

आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने अंबिकापुर बनारस मुख्य मार्ग में तीन घंटे से भी अधिक समय तक चक्का जाम कर उग्र प्रदर्शन किया।
सूरजपुर – भटगांव जरही:– आगजनी की घटना के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए एफआईआर के लिए दबाव बनाने और पुलिस द्वारा पुछताछ के नाम पर परिवार जनों के साथ देर शाम तक थाने में बैठाए जाने से क्षुब्ध नगर पंचायत जरही निवासी कपड़ा व्यवसायी बिट्टू गुप्ता २४ वर्ष द्वारा सोमवार को डुमरिया बांध में छलांग लगा आत्महत्या कर लिए जाने से जरही भटगांव में आज दिनभर बवाल मचा रहा। आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने अंबिकापुर बनारस मुख्य मार्ग में तीन घंटे से भी अधिक समय तक चक्का जाम कर उग्र प्रदर्शन किया। उच्चाधिकारियों द्वारा मामले की निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाए जाने पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन समाप्त किया। घटना से पूर्व सुबह ही मृतक बिट्टू गुप्ता ने फेसबुक स्टेटस में उसमें उसने पड़ोसी दुकानदार एवं उसके परिवार को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है।घटना से गांव में अभी तनाव की स्तिथि है। इस घटना का दुखद पहलू यह है कि मृतक बिट्टू गुप्ता की शादी १८ फरवरी को सरगुजा के सीतापुर में होनी थी। जिसकी तैयारी परिजनों के द्वारा धूमधाम से की जा रही थी। परिवार में खुशियों का माहौल था मगर युवक ने विवाह के पूर्व की अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। उसने फेसबुक पोस्ट में मंगेतर के लिए सॉरी भी लिखा है। घटना से परिवार की खुशियां मातम में बदल गई हैं। बिट्टू गुप्ता के बड़ा भाई विक्की गुप्ता प्रतापपुर में चिकित्सक हैं। घटना से आक्रोशित परिजनों ने घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक मृतक के पड़ोस में स्थित हिमांशु क्लॉथ स्टोर में तीन दिन पूर्व आग लग गई थी। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि इसके लिए पड़ोसी व्यवसाई के द्वारा आगजनी के लिए उनके ऊपर आरोप लगाते हुए एफआईआर के लिए दबाव बनाया जा रहा था। जिससे बिट्टू काफी क्षुब्ध था। आरोप है कि पुलिस ने पुछताछ के नाम पर बिट्टू गुप्ता और उसके परिवार के सदस्यों को थाने में बैठकर रखा गया, बेकसूर होने के बाद भी थाना में बैठाए जाने से बिट्टू गुप्ता स्वयं को अपमानित महसूस कर रहा था। जिसके कारण उसने जान दी। परिजनों के मुताबिक बिट्टू गुप्ता आज १२ फरवरी को प्रातः बुलेट बाइक से डुमरिया डेम पहुंचा और अपनी जैकेट, मोबाइल को बाँध के किनारे रखकर बांध में कूद गया। मौके पर मौजूद लोगों ने उसे कूदते देखा था। ग्रामीणों की सूचना पर परिजनो सहित भटगांव पुलिस बल भी मौके पर पहुंची। ग्रामीणों की मदद से पुलिस की मौजूदगी में बिट्टू गुप्ता के शव को बाहर निकाला गया. मृतक द्वारा फेसबुक में मौत के लिए जिम्मेदार ठहराए जाने के बाद भी पुलिस द्वारा संबंधीतो के खिलाफ कार्यवाही नहीं किए जाने से क्षुब्ध होकर लोगों ने शव को कार से लेकर जरही चौक पहुंचे और शव को सड़क पर रखकर अम्बिकापुर-बनारस मुख्यमार्ग को चक्काजाम कर दिया। परिजनो के द्वारा युवक को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया। सूचना पर प्रतापपुर एसडीएम दीपिका नेताम, एएसपी सूरजपुर शोभराज अग्रवाल मौके पर पहुंच समझाइश देने की कोशिश की। लेकिन परिजन अपनी मांग पर अड़े रहे। बाद में आरोपित लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही का आश्वासन मिलने के बाद शव का पोस्टमार्टम करने राजी हुए। परिजनों के द्वारा सूरजपुर जिला के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के खिलाफ भी बिट्टू गुप्ता और परिवार को झूठे केस में फंसाने साजिश रचने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि उनके द्वारा आगजनी नही की गई, वे बार बार इसका विश्वास दिला रहे थे इसके बाद भी पुलिस द्वारा उनके साथ अपराधियों जैसा बर्ताव किया जा रहा था। निर्दोष होने के बाद भी थाने में बैठा अपमानित किए जाने से ही बिट्टू ने जान दिया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच और कार्यवाई होगी। दोषी नही छोड़े जायेंगे।